रायपुर। रायपुर के देवेंद्रनगर स्थित यशोदा चिल्ड्रेन हॉस्पिटल प्रबंधन पर गंभीर लापरवाही के आरोप लगे हैं। गुढिय़ारी निवासी राजेश गुप्ता ने आरोप लगाया है कि लापरवाही के चलते उनके ढाई साल के बच्चे अंशु गुप्ता की मौत हो गई। दरअसल राजेश बुखार होने पर अपने बच्चे का इलाज कराने के लिए रात 10 बजे से अस्पताल पहुंचे थे। घटना की सूचना मिलने पर बाल संरक्षण आयोग ने संज्ञान लिया और आयोग की अध्यक्ष प्रभा दुबे ने निरीक्षण करने पूरी टीम के साथ अस्पताल पहुंचे परिजनों से मिलने के बाद प्रबंधन पर जमकर फटकार लगया।
यशोदा चिल्ड्रेन हॉस्पिटल में सीनियर डॉक्टर होने के सवाल पर आश्वासन मिलने के बाद रात में ही बच्चे को भर्ती करवा दिया गया, लेकिन राजेश का दावा है कि वहां डॉक्टर की बजाए वार्ड ब्वॉय दवाओं का हेवी डोज देकर बच्चे का इलाज करते रहे, जिसकी वजह से बच्चे को झटके आने लगे। आनन फानन में डॉक्टर को बुलाया गया, जिन्होंने उसे इंजेक्शन दिया, लेकिन अंशु का शरीर अकडऩे के थोड़ी देर बाद उसकी मौत हो गयी। हालांकि डॉक्टर हरीश बाघ की अपनी दलील है। डॉक्टर का कहना है कि बच्चे को पहले भी इलाज के लिए अस्पताल लाया गया था और उसे झटके आने की बीमारी थी। देर रात जब उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था, उस वक्त भी तेज बुखार था, जो दवा देने के बाद ठीक हो गया, लेकिन कुछ देर बाद उसे झटके आने लगे थे।
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