रायपुर। चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने छत्तीसगढ़ पहुंचे मुख्य निर्वाचन आयुक्त ओपी रावत ने शनिवार को पत्रकारों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि कर्नाटक के तर्ज पर यहां भी सी-विजिल एप की सुविधा प्रदान की जाएगी। इसके माध्यम से कोई भी नागरिक चुनाव संबधी शिकायत दर्ज करा सकेंगे और इसका समयबद्ध तरीके से निराकरण किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि किसी भी राजनीतिक पार्टी को मदद करने वोल अधिकारियों पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी। राज्य में पहली बार चुनाव के दौरान वीवीपैट मशीन का इस्तेमाल किया जाएगा, जिससे यह साफ हो जाएगा कि मतदाता किसी वोट दे रहा है। आयोग पहली बार एक्सेसिबिलिटी पर्यवेक्षक की नियुक्ति छत्तीसगढ़ में की जाएगी।
वहीं प्रत्येक विधानसभा क्षेत्रों में एक पोलिंग बूथ का संचालन का जिम्मा महिला अधिकारियों को दिया जाएगा। राज्य में कुल 23 हजार 632 पोलिंग सेंटर बनाए जाएंगे। सारे केंद्रों पर वीवीपीएटी मशीन का इंतजाम रहेगा। सीसीटीवी, वीडियोग्राफी की निगरानी में सारे मतदान केंद्र रहेंगे। ताकि, किसी तरह की गड़बड़ी न हो सकें। नान वैलेबल वारंट को लेकर काम में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं। जरूरत पड़ेगी तो जेल के अंदर भी छापा मारा जाएगा।
ताकि, जेल के अंदर से कोई चुनाव को प्रभावित न कर पाएं। सभी जिलों जिले में मीडिया मानिटरिंग सेल की व्यवस्था की जाएगी, जो वेब और फेक न्यूज पर नजर रखेगा। दिव्यांग और असशक्त वोटरों के लिए मतदान केंद्रों पर खास इंतजाम किए जाएंगे। जिला प्रशासन और पुलिस को निष्पक्ष और भयमुक्त रहने के लिए कहा गया है। राज्य सरकार को निर्देश दिया गया है कि अफसरों के मसले पर वे अश्वस्त करें कि वे निष्पक्ष हैं।
किसी राजनीति पार्टी से प्रेरित न हों। चुनाव कार्य में लगे अफसरों के बारे में रावत ने दो टूक कहा कि किसी भी आईएएस, आईपीएस अधिकारी के खिलाफ किसी राजनीतिक दल से प्रेरित होने की सूचना मिलेगी तो उन्हें तत्काल हटा दिया जाएगा।
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