संजय सोनी, रायपुर। स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ ने छत्तीसगढ़ शासन द्वारा लगाए गये एस्मा कानून का विरोध गांधीगिरी से किया। आज धरनास्थल पर रमन सिंह जिंदाबाद एवं अजय चंद्राकर जिंदाबाद के नारे भी लगे। आपको बता दें कि स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल का आज 31वां दिन है। वहीं अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों पर शासन ने एस्मा लगा दिया है।
जिससे शासन-प्रशासन की इस कार्यवाही पर स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ में काफ़ी रोष है। प्रांताध्यक्ष श्रीमती संध्या रानी मोवले का कहना है कि शासन ने हम कर्मचारियों के साथ धोखाधड़ी और वादाखिलाफी की है। 5 अगस्त को स्वास्थ्य मंत्री से हमारी मांग को लेकर चर्चा हुई थी। बाद मंत्री ने हमें समय पर पदोन्नति, उपस्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ महिला कर्मचारियों की सुरक्षा व्यवस्था हेतु आवश्यक दिशा निर्देश जारी करने एवं वर्ष 2015 में रोके गए हड़ताल अवधि का वेतन तुरंत जारी करने का निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिया गया था।
किंतु हड़ताल के 31वें दिन तक इस संबंध में किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं की गई। साथ ही स्वास्थ्य संयोजक की मुख्य मांग वेतन विसंगति दूर कर 2800 ग्रेड पे हेतु निर्णय शासन स्तर से मुख्यमंत्री द्वारा यथाशीघ्र लेने की बात हुई थी। और जब तक मांगों के संबंध में निर्णय नहीं हो जाता तब तक कर्मचारियों पर किसी प्रकार की कार्रवाई ना करने की बात स्वास्थ्य मंत्री द्वारा कही गई थी।
जिन मांगों पर सहमति बनी उनका आदेश करना तो दूर वेतन के संबंध में भी निर्णय को लंबित रखा गया है। और स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारियों पर एस्मा का आदेश जारी कर शासन ने वादाखिलाफी और धोखाधड़ी किया जिसका विरोध स्वास्थ्य कर्मचारी संघ करता है। और एस्मा के आदेश के बाद भी हमारा हड़ताल बंद नहीं होगा जब तक हमारी मांग पूरी नहीं हो जाती है।
यह भी देखे : दुर्ग अंबिकापुर एक्सप्रेस की बढ़ती लेटलतीफी पर रेल मंत्री से कार्यवाही की मांग
Add Comment