
बलरामपुर: प्रशासनिक कसावट तथा आमजनों की सुगमता को देखते हुए छत्तीसगढ़ भू-राजस्व सहिंता 1959 की धारा द्वारा राज्य सरकार को प्रदत्त शक्तियों के अनुमोदन की प्रत्याशा में जिला के तहसील शंकरगढ़ को अनुभाग सृजित किया गया है। कलेक्टर श्याम धावड़े ने शंकरगढ़ अनुभाग के लिए डिप्टी कलेक्टर श्री प्रवेश पैंकरा को अनुविभागीय अधिकारी राजस्व की जिम्मेदारी सौंपी है।
डिप्टी कलेक्टर प्रवेश पैंकरा पूर्व में कुसमी अनुभाग के एसडीएम रह चुके हैं तथा वर्तमान में अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे थे। नवीन अनुभाग के रूप में गठित शंकरगढ़ में तहसील शंकरगढ़ होगा जिसमें शंकरगढ़ व डीपाडीहकला दो राजस्व मण्डल होंगे। साथ ही शंकरगढ़ अनुभाग में 60 ग्राम पंचायत एवं 86 आबादी गांवों को शामिल किया गया है। नवीन अनुभाग बनने से उक्त पंचायतों व गांवों की बड़ी आबादी इससे सीधे लाभान्वित होगी।
ज्ञातव्य है कि तहसील मुख्यालय शंकरगढ़ से कुसमी अनुभाग की दूरी 37 किमी है और अनुभाग कुसमी, तहसील मुख्यालय शंकरगढ़ से अत्यधिक दूरी पर होने के कारण प्रशासनिक कसावट/नियंत्रण में कठिनाईयां आ रही है व जनहित में बहुत अच्छा कार्य होना परिलक्षित नहीं हो रहा है। वर्तमान में तहसील मुख्यालय शंकरगढ़ में थाना, जनपद कार्यालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, कार्यालय विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी, कार्यालय परियोजना एवं महिला बाल विकास अधिकारी, वरिष्ठ कृषि विकास विस्तार अधिकारी कार्यालय, वन परिक्षेत्राधिकारी, कार्यालय तथा लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी के कार्यालय संचालित है।
इसलिए सभी विभागों के आपसी समन्वय से शासकीय कार्यों/योजनाओं का धरातल स्तर पर बेहतर क्रियान्वयन के उद्देश्य को दृष्टिगत रखते हुए शंकरगढ़ को अनुभाग घोषित किया जाना अत्यन्त आवश्यक था। शंकरगढ़ तहसील में संवेदनशील व भौगोलिक रूप से दूरस्थ व पाट क्षेत्रों के गांव भी शामिल है इसलिए शंकरगढ़ के नवीन अनुभाग बन जाने से दूरस्थ ग्राम के ग्रामीणों को काफी राहत मिलेगी तथा प्रशासनिक दृष्टिकोण से भी लोगों को शासकीय योजनाओं का लाभ शीघ्र मिल पायेगा।





