
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी में चल रहा सत्ता का टकराव कार्यकर्ताओं के बीच मारपीट तक पहुंच गया है। रविवार को जशपुर जिले में कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान ही स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव समर्थक एक नेता के साथ धक्का-मुक्का हुई। माइक छीन लिया गया। इस मंच पर कांग्रेस के प्रभारी सचिव सप्तगिरी शंकर उलका भी मौजूद थे।
दरअसल, एआईसीसी से छत्तीसगढ़ के प्रभारी सचिव एक सप्ताह के दौरे पर हैं। वे सरगुजा क्षेत्र में लगातार बैठकें कर रहे हैं। रविवार को जशपुर में जिला स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित था। सम्मेलन शुरू हुआ ही था और पूर्व जिला अध्यक्ष और माध्यमिक शिक्षा मंडल के सदस्य पवन अग्रवाल भाषण दे रहे थे। इस दौरान उन्होंने 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत में टीएस सिंहदेव के योगदान की बात की।
उन्होंने कहा, कोई भी कार्यकर्ता इसलिए काम करता है कि सरकार बनेगी तो उसकी भी सुनी जाएगी। उनकी बात अभी पूरी भी नहीं हो पाई थी कि जशपुर कांग्रेस जिला अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष इफ्तिखार हसन ने मंच पर पहुंचकर उनसे माइक छीन लिया। इस प्रक्रिया में पवन अग्रवाल को धक्का मारा गया। थप्पड़ लगाए गए। यह देखकर पुलिसकर्मी और दूसरे लोग दौड़कर वहां पहुंचे और दोनों नेताओं को अलग किया। इस बीच करीब 20 मिनट तक वहां हंगामा होता रहा। इफ्तिखार हसन, कुनकुरी विधायक यूडी मिंज के समर्थक माने जाते हैं। यूडी मिंज भी विधायकों के उस दल का हिस्सा हैं जो पिछले कुछ महीनों से बार-बार दिल्ली में शक्ति प्रदर्शन कर रहा है। पवन अग्रवाल ने भी आरोप लगाया कि कुनकुरी विधायक के इशारे पर उनके साथ धक्कामुक्की की गई है।
HINDUSTAN VS Pakistan is not only arch-rivals, in Indian Politics- there is also rivaly in Chattisgarh Congress.
Team TS SinghDeo VS Team Bhupesh Baghel in Jashpur.
Live, camera and Action. pic.twitter.com/QX7XYWqXvC
— Rahul Chauhan (@RahulChouhan92) October 24, 2021
क्या कहा था पवन अग्रवाल ने
पूर्व जिला अध्यक्ष पवन अग्रवाल ने कहा, जब हाईकमान के सामने ढाई-ढाई साल की बात हुई है। शुरुआती ढाई साल टीएस सिंहदेव ने कुछ नहीं कहा तो अब सिंहदेव को मौका दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव ने साथ मिलकर काम किया। इसी की वजह से छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनी।