रायपुर। नेता प्रतिपक्ष टी एस सिंहदेव ने मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के नाम एक पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने पेट्रोल और डीजल की दरों मेें निरंतर वृद्धि होने की वजह से बढ़ती महंगाई से लोगों को राहत पहुंचाने के लिए पेट्रोल-डीजल के वैट को 15 प्रतिशत घटाने की मांग की है।
नेताप्रतिपक्ष श्री सिंहदेव ने अपने पत्र में लिखा है कि राज्य की जनता सूखे एवं अतिवृष्टि व बाढ़ की मार झेल रही है, वहीं दूसरी ओर पेट्रोल और डीजल की दरों में निरंतर बेलगाम वृद्धि के कारण महंगाई में भी बेतहाशा बढ़ोत्तरी हुई है। सरकार की अदूरदर्शी नीतियों का खामियाजा राज्य की जनता को भुगतना पड़ रहा है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्राल और डीजल की कीमतों में हुई लगातार गिरावट के बावजूद जनता को इसका लाभ प्राप्त नहीं हुआ। वर्ष 2014 के पश्चात अंतराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में लगातार कमी आई है।
वर्तमान में पूरा प्रदेश सूखे से जूझने के बाद अतिवृष्टि व बाढ़ से प्रभावित है। लोगों की आर्थिक स्थिति चरमराई हुई है। ऐसे में आम जनता राज्य सरकार से राहत की उम्मीद कर रही है।
किंतु पेट्राल व डीजल की दरों में लगातार वृद्धि से आम जनता त्रस्त है। प्रदेश में डीजल 74.86 रुपए पहुंच चुका है, जो कि अब तक का ऐतिहासिक रिकॉर्ड स्तर पर है।
उल्लेखनीय है कि वर्तमान में छत्तीसगढ़ में 25-26 प्रतिशत की दर से वेट वसूला जा रहा है, जिसके कारण यहां पेट्रोल और डीजल की कीमत आसमान छू रही है। देश के अनेक प्रदेशों एवं पड़ोसी राज्यों में वैट की दरें काफी कम है। पेट्रोल व डीजल के दरों में बढ़ोत्तरी से प्रत्यक्ष व परोक्ष रूप से आम जनता की मूलभूत दैनिक जरूरतों की वस्तुओं के दामों में भी स्वत: ही बढ़ोत्तरी होती है, जिसे प्रदेश की आम जनता वहन करने को मजबूर है।
पेट्रोल व डीजल के दामों में बढ़ोत्तरी से परिवहन लागतों में होने वाली बढ़ोत्तरी भी आम जनता से वसूला जा रहा। राज्य शासन को जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए पेट्रोल और डीजल की दरों में वैट कम से कम 15 प्रतिशत घटाए जाने का शीघ्र निर्णय लेना चाहिए, ताकि प्रदेश में महंगाई से पीडि़त प्रदेशवासियों को राहत प्राप्त हो सके।
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