महासमुंद। ओडिशा और पश्चिम बंगाल की खाड़ी में बनी सिस्टम की वजह से प्रदेश में पिछले 36 घंटे से भी अधिक समय से लगातार हो रही बारिश ने बीते 4 सालों की बारिश का रिकार्ड तोड़ दिया है। बारिश की वजह से जिले में जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हो गया है। जिले के कुछ ग्रामीण अंचलों में पानी भरने से बाढ़ के हालत पैदा हो गए हैं। सूचना के बाद प्रशासन पूरी तरह से सतर्क हो गया है। इधर, मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में बारिश की संभावना जताई है।
मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक प्रदेश में पिछले दो दिनों से लगातार हो रही बारिश की मुख्य वजह उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और ओडिशा पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्र में करीब तीन दिन पूर्व बने सुस्पष्ट कम दबाव के क्षेत्र की वजह से प्रदेश में बारिश हो रही है। कम दबाव का क्षेत्र फिलहाल यहां स्थिर है जो संभवत: कल से उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर आगे बढ़ते हुए झारखंड पहुंचेगा जिसके बाद बारिश थमने की संभावना है। पिछले 36 घंटे से भी अधिक समय से हो रही बारिश ने पिछले 4 सालों की बारिश का रिकार्ड तोड़ दिया है। साल 2015 में आज के दिन जिले में 721.3 मिमी बारिश रिकार्ड की गई थी जबकि आज 865.4 मिमी बारिश रिकार्ड की गई है। मानसून के बाद आज सबसे अधिक बारिश हुई है।
बारिश से जिले में कहां क्या स्थिति
जानकारी के मुताबिक मुख्यालय से लगे कौंदकेरा पास के रपटे में पानी सडक़ के ऊपर से बह रहा है जिससे इस मार्ग से आना-जाना बंद है। लोग तुमगांव से नदीमोड़ के रास्ते मुख्यालय पहुंच रहे हैं। पिथौरा ब्लॉक के ग्राम मेमरा में भी बारिश का पानी भर गया है जिससे कई घरों में पानी घुस गया है। इधर, सांकरा के पुराने पुल पर भी पानी ऊपर आने की स्थिति निर्मित हो गई है जिसे देखते हुए पुल पर होने वाली आवाजाही बंद कर दी गई है। शहर के वार्ड 14 में लगातार बारिश से कल देर रात एक घर ढह गया। बताया जाता है घर के सभी 5 लोग सो रहे थे। दीवाल भसकने के बाद लोग वहां से बाहर निकल गए। बताया जाता है कि उक्त मकान से लगे दूसरे मकान के भी गिरने की संभावना है। मामले की जानकारी वार्ड के लोगों ने स्थानीय पार्षद देवीचंद राठी को दी। उन्होंने मौके पर पहुंच जाजया लिया और प्रशासन को अवगत कराया लेकिन प्रशासन की ओर से घंटों तक कोई भी नहीं पहुंचा था। इधर, फिंगेश्वर सरंगी नाला उफान पर होने से महासमुंद-राजिम मार्ग बंद होने की खबर है। अछोला में भी पानी घुस गया है जहां प्रशासन पहुंचकर जायजा ले रहा है। पिथौरा के नयापाराखुर्द के डिपोपारा में देवगांव बांध से आए नहर की पुलिया जाम हो जाने से निचली बस्तियों में पानी भर जाने की खबर मिल रही है। तेंदूकोना-भुरकोनी मार्ग स्थित मचला नाला पुल के ऊपर से 3-4 फीट पानी बह रहा है। इसके अलावा जिले के सीमावर्ती क्षेत्र बसना-पदमपुर ओडिशा मार्ग बंद हो गया है। बताया जाता है कि डाबा पुल पर 5 फीट पानी बह रहा है।
सिरपुर क्षेत्र के 3 गांवों में बाढ़ के हालात
ग्राम खड़सा के कमारडेरा पारा में अस्थाई मकान बनाकर रह रहे 18 परिवार के करीब 55 लोगों को पंचायत और सामुदायिक भवन में रखा गया है, जहां उनके भोजन पानी की व्यवस्था भी की गई है। लगातार हो रही बारिश से सिरपुर क्षेत्र के 3 गांवों में बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं। जानकारी के मुताबिक खड़सा, कुकराडीह और तेंदूवाही गांव में पानी भरने से बाढ़ की स्थिति निर्मित हो गई है। मामले की जानकारी के बाद जिला प्रशासन की टीम यहां पहुंचकर हालात का जायजा ले रही है। बताया जाता है कि पानी की वजह से यहां पर कुछ लोग फंस गए थे जिसे रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। प्रशासन की टीम यहां स्थिति से निपटने के लिए लगी हुई है।
गंगरेल से छोड़ा गया 20 क्यूसेक पानी
प्रदेश में हो रही भारी बारिश से धमतरी जिले का गंगरेल बांध भी उफान पर है। प्रशासन ने स्थिति को देखते हुए सुबह 8 बजे 8 गेट को खोलकर बांध से करीब 20 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा। जिसके बाद महानदी का जल स्तर भी काफी बढ़ गया है। पानी छोड़े जाने के बाद यहां जिला प्रशासन ने नदी किनारे के ग्रामीण इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया है।
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