रायपुर। छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी के चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष व पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. चरणदास महंत ने छत्तीसगढ़ के आगामी विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों के चुनाव पर चुटकी लेते हुए भाजपा पर निशाना साधा है।
डॉ. चरणदास महंत ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के प्रत्याशियों के चयन की प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा है कि भारतीय जनता पार्टी की 15 साल की सरकार में अराजकता इतनी बढ़ गई है कि उन्हें अपने संगठन के नेताओं पर ही विश्वास नहीं रहा और मजबूरन अधिकारियों से इस्तीफ़ा दिलवा कर चुनाव लड़ने के लिए बाध्य किया जा रहा है।
इससे यह साबित होता है कि कहीं ना कहीं भारतीय जनता पार्टी अघोषित रूप से चुनाव हार चुकी है। हाल ही में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर्वे में भी यह बताया गया था कि भारतीय जनता पार्टी के छत्तीसगढ़ में 26 विधायक और 6 मंत्रियों की रिपोर्ट नकारात्मक हैं और अगर उन्हें टिकट दिया गया तो उनका चुनाव हारना तय माना जा रहा है जिसको देखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने अब अपने संगठन के नेताओं पर विश्वास करना छोड़ कर नए चेहरों की तलाश शुरू कर दिया है।
रायपुर के कलेक्टर ओ. पी. चौधरी का इस्तीफ़ा और भारतीय जनता पार्टी में प्रवेश कर चुनाव लड़ने की जो तैयारी है यह उसी का एक प्रारूप है। आने वाले समय में पूरा यकीन है कि भारतीय जनता पार्टी अपने संगठन के नेताओं के अलावा दूसरे क्षेत्र के लोगों पर दाँव लगाने की तैयारी कर रही है।
इससे यह साबित होता है कि केंद्र की भाजपा सरकार ने भी छत्तीसगढ़ में अपनी हार को स्वीकार कर लिया है इसीलिए उन्होंने एक आईएएस का इस्तीफ़ा मंज़ूर किया है।
डॉ. चरणदास महंत ने हाल ही में एक बड़े राष्ट्रीय चैनल के सर्वे को भी ध्यान आकर्षण करते हुए कहा है कि मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार भी भारतीय जनता पार्टी न सिर्फ छत्तीसगढ़, बल्कि राजस्थान व मध्यप्रदेश में भी हार रही है जिसका डर उनकी गतिविधियों पर साफ दिखाई दे रहा है।
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