रायपुर। राज्य में आगामी चौबीस घंटों के दौरान बस्तर संभाग में एक-दो स्थानों पर भारी से अतिभारी बारिश की चेतावनी दी गई है। वहीं राज्य के अधिकांश इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश का पूर्वानुमान जताया गया है।
मौसम विभाग से जारी नियमित रिपोर्ट के अनुसार कल बना कम दबाव का क्षेत्र जो कि पश्चिम बंगाल के तटीय इलाके, उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में सक्रिय था। आज पश्चिम बंगाल की खाड़ी, ओडिसा के तटीय इलाके के ऊपर सक्रिय बना हुआ है। इसके अलावा ऊपरी हवा में एक चक्रवाती घेरा बना हुआ है जो कि समुद्र सतह से करब 7.6 किमी की ऊंचाई पर सक्रिय है। इधर दक्षिण-पश्चिम मानसून की पट्टी इस समय फिरोजपुर, हिसार, अलीगढ़, बण्डा, डॉल्टनगंज, जमशेदपुर के साथ ही कम दबाव क्षेत्र के मध्य से होते हुए उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी तक जा रही है।
मौसम विभाग की माने तो प्रदेश में आने वाले चौबीस घंटों के दौरान मानसूनी गतिविधियां जारी रहेंगी। इस दौरान राज्य के दक्षिणी भाग याने बस्तर संभाग में एक-दो स्थानों पर भारी से अतिभारी बारिश की संभावना बनी हुई है। इसके अलावा राज्य के अधिकांश भागों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना बनी हुई है। ज्ञात हो कि प्रदेश के दक्षिणी इलाकों में अब तक हुई झमाझम बारिश और हाल में हुई जोरदार बारिश के बाद नदी-नाले उफान पर आ गए हैं। पैरी नदी में आई जोरदार बाढ़ से कल रायपुर-गरियाबंद सडक़ मार्ग बंद हो गया था। मौसम वैज्ञानिकों की माने तो खाड़ी के साथ ही ओडिशा और आंध्रप्रदेश के तटीय इलाके और समुद्री क्षेत्र में बनने वाले चक्रवाती सिस्टम के निकट होने के कारण इसका सर्वाधिक असर बस्तर संभाग में पड़ता है। बहरहाल ओडिशा के तटीय इलाके में बने कम दबाव क्षेत्र और चक्रवाती सिस्टम के असर से बस्तर में एक बार फिर से झमाझम बारिश की संभावना बनी हुई है।
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