चंद्रकांत पारगीर, बैकुंठपुर। सावन के तीसरे सोमवार को कल जिले भर के शिव मंदिरों में श्रद्धालुओं के द्वारा भगवान शिव का विधि विधान व पूजन सामग्री के साथ किया जायेगा। वैसे तो सावन का पूरा महीना ही शिव आराधना के लिए उपयुक्त माना जाता है लेकिन इस माह में पडऩे वाले सोमवार का विशेष महत्व रहता है। इस दिन शिव की आराधना करने से भगवान शिव जल्द प्रसन्न होते है। इसी मान्यता को लेकर सावन माह के सोमवार के दिन भारी संख्या में श्रद्धालुगण शिव मंदिरों में जाकर पूजा-अर्चना के साथ जलाभिषेक करते है।
कई श्रद्धालुओं के द्वारा इस दिन उपवास भी रखा जाता है। सावन माह को पवित्र माह भी माना गया है जिस कारण इस माह में कई लोगों के द्वारा तामसिक भोजन का त्याग कर सात्विक भोजन एक माह तक लेते है मदिरा पान का सेवन करने वाले भी कई सावन माह में मदिरा पान का त्याग कर देते है और शिव आराधना में डूबे रहते हैं। जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर के प्राचीन शिव मंदिर में आज सावन के तीसरे सोमवार को आसपास के श्रद्धालुओं के द्वारा सुबह होने के साथ ही पूजा अर्चना करने के लिए पहुॅचेंगे जो दोपहर तक मंदिर परिसर में भक्तों की भीड़ बनी रहती है। इसके अलावा अन्य क्षेत्र के शिवालयों में भी भक्तों की भीड़ आज तीसरे सोमवार को जुटेगी। साथ ही कई शिवालयों में विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम भी संपादित किये जा रहे हैं। कही भण्डारा तो कही अन्य कार्य चल रहा है।
तीसरे सोमवार को मुख्यालय से निकलेगी कांवर यात्रा
प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी कोरिया जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर से कांवर यात्रा निकलेगी जो यहां से करीब 10 किमी दूर धार्मिक आस्था का केंद्र छुरीगढ़ धाम में जाकर समाप्त होगी। जहां उंची पहाड़ी पर स्थित प्राचीन शिवलिंग में जलाभिषेक किया जायेगा। इस संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार गौ रक्षा वाहिनी, महाकाल सेवा समिति, देवराहा बाबा सेवा समिति, त्रिभुवन सेवा समिति, छुरीगढ धाम विकास समिति तथा शिव शक्तिपीठ के संयुक्त तत्वाधान में आज 13 अगस्त तीसरे सोमवार को कोरिया जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर के प्रेमाबाग मंदिर परिसर से हजारों की संख्या में कांवरियों का जत्था मंदिर तट पर स्थित गेज नदी से कांवर में जल भरकर बोल बम के नारों के बीच नंगे पैर पैदल छुरीगढ धाम के लिए निकलेंगे। जिसके लिए सुबह हजारों की संख्या में श्रद्धालुगण गेरूआ वस्त्र में प्रेमाबाग मंदिर परिसर पहुंचेंगे जहां से गेज नदी में एक-एक कर जल भरकर छुरीगढ़ धाम के लिए रवाना होगा।
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