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पैसे नहीं मिले तो अस्पताल ने नहीं सौंपा शव, नाराज विधायक की सीएम से मांग- रद्द करें मान्यता, जानें पूरा मामला

रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी में मानवता को शर्मसार करने वाला एक मामला सामने आया है। जहां पैसों के अभाव में एक निजी अस्पताल ने शव परिजनों को सौंपने से इंकार कर दिया। जिससे गुस्साए चन्द्रपुर के विधायक युद्धवीर सिंह जूदेव मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को तल्ख लहजे में पत्र लिखकर अस्पताल की मान्यता रद्द करने की मांग की है।
विधायक ने लिखे पत्र में कहा है कि विधानसभा क्षेत्र चन्द्रपुर के ग्राम बबौद के संतोष कुमार साहू पिता स्व. बंशी लाल साहू, कुछ दिनों से बीमार चल रहा था, खून की उल्टियां कर हा था, जिसे आनन-फानन में रायगढ़ के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। स्थिति में सुधार नहीं होने के कारण डॉक्टरों द्वारा एमएमआई नारायणा अस्पताल रिफर कर दिया गया। जहां दो दिनों तक आईसीयू में रखने के उपरांत 29 मार्च को संतोष कुमार साहू की मौत हो गई। मृत्यु होने के उपरान्त अस्पताल प्रबंधन ने 80 हजार का बिल थमा दिया। इतना ही नहीं बिल राशि का भुगतान नहीं होने से शव को बंधक बना लिया गया। उक्त घटना की जानकारी क्षेत्र के जनप्रतिनिधि के माध्यम अवगत होने पर विधायक युद्धवीर सिंह जूदेव द्वारा राशि का भुगतान कराते हुए बंधक शव को परिजनों को सौंपा गया।


विधायक ने अपने पत्र में लिखा है- इस प्रकार के मानवता को शर्मसार करने वाले अस्पतालों को प्रदेश की आवश्यकता नहीं है, जो सिर्फ मानवता को भूलकर पैसों के लिए कार्य करती हैं। ऐसे अस्पतालों के विरूद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई करते हुए प्रशासन की ओर से अस्पताल को दी गई मान्यता रद्द करें।

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