राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण ने हाल ही में कहा है कि अगर सिगरेट के पैकेट पर चेतावनी लिखी होती है स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है तो फिर मैले हो चुके गंगा के पानी पर यह चेतावनी लिखी होनी चाहिए।
एक रिपोर्ट के मुताबिक ग्रीन पैनल ने कहा कि आम लोग गंगा में श्रद्धा से नहाते हैं और इसका पानी पीते हैं बिना यह जाने कि यह पानी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। आगे बोलते हुए एनजीटी ने कहा कि आम लोग गंगा जल पीते हैं और इसमें नहाते हैं.
उन्हें नहीं पता कि यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। अगर सिगरेट के पैकेट पर चेतावनी में लिखा होता है स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है तो क्यों नहीं लोगों को गंगा प्रतिकूल प्रभाव के बारे में सूचना देनी चाहिए। रिपोर्ट के मुताबिक एनजीटी ने नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा (एनएमसीजी) को निर्देश दिया है कि प्रत्येक 100 किलोमीटर के अंतर पर चेतावनी के बोर्ड लगाए जाएं। इसमें बताया जाए कि किस स्थान पर गंगा जल पीने और स्नान करने के लिए फिट है।
यहाँ भी देखे : सैकड़ों साल पुराने मंदिर पर चोरों की बुरी नीयत, 15 करोड़ के स्वर्ण कलश को कर दिया पार
Add Comment