कोरबा। विद्युत कंपनी के पावर प्लांट में चोरी करने घुसे तीन युवकों में दो की स्वीच यार्ड में रखे भारी भरकम ट्रांसफार्मर के अंदर फंस गए और जहरीले गैस की चपेट में आने से मौत हो गई। एक युवक बाहर ही खड़ा था, इसलिए उसकी जान बच गई और वह मौके से भाग निकला। घर पहुंचने के बाद इसकी जानकारी भी किसी को नहीं दी। लापता युवकों के परिजनों ने दूसरे दिन उससे पूछताछ की तो हादसे के बारे में जानकारी दी।
एचटीपीपी के 210 मेगावाट पावर प्लांट में देर रात को कलमीडुग्गू में रहने वाले दो सगे भाई चिन्ना राव, लालाराव अपने दोस्त शिवा बाग उडिय़ा बस्ती निवासी के साथ घुसे। बताया जा रहा है कि एचटीपीपी कॉलोनी तरफ से बंद गेट को लांघ कर आरोपी स्वीच यार्ड तक जा पहुंचे। यहां प्रबंधन ने 400 केवी क्षमता का एक अतिरिक्त आई सिटी ट्रांसफार्मर खरीद कर रखा है। टनों की मात्रा में इस ट्रांसफार्मर के अंदर तांबे के तार की बाईडिंग रहती है। इसे ही चोरी करने की योजना बना कर तीनों युवक पहुंचे थे।
शिवा बाहर ही निगरानी कर रहा था, जबकि चिन्ना और लाला ट्रांसफार्मर के अंदर कटर से तांबा काटने में लगे थे। इसके पहले आरोपियों ने ट्रांसफार्मर से ऑयल बहा दिया था, ताकि अंदर तार काटते बने।
शिवा के अनुसार तांबा काटने के दौरान अचानक चिन्ना का पाव फि सल गया और इस आपाधापी में एक साथ दोनों ट्रांसफार्मर के अंदर गहराई में गिर गए। वह कुछ देर बाहर खड़ा उनका इंतजार करता रहा और पकड़े जाने के डर से भाग निकला।
जानकारों के अनुसार ऑयल की वजह से जानलेवा गैस निर्मित हो जाती है, इसका आभास उन्हें नहीं था। कफी देर तक अंदर रहने की वजह से इसका असर हुआ और दोनों की दम घुटने से अंदर ही मौत हो गई। घटनास्थल से भागा शिवा इस कदर भयभीत था कि किसी को इसकी जानकारी नहीं दी और दूसरे दिन गुरूवार को देर शाम तक दोनों भाई घर नहीं लौटे तो उनके परिजनों ने पतासाजी शुरू की। शिवा से पूछताछ की तो उसने घटनाक्रम की जानकारी दी।
यहाँ भी देखे : जर्जर शाला भवनों में दहशत में पढ़ने और पढ़ाने को मजबूर हैं शिक्षक और बच्चे : कांग्रेस
Add Comment