आप भी रहे सावधान! खुले में शौच गयी इस महिला को हाथियों ने कुचल डाला

चंद्रकांत पारगीर, बैकुंठपुर। कोरिया जिले में हाथियों के दलों ने हडकंप मचा रखा है, शुक्रवार को अलसुबह शौच के लिए जंगल गई महिला को हाथियों ने कुचल कर मार डाला। मौके पर पुलिस के साथ वन विभाग के आला अधिकारी पहुंच गए है, वहीं पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं ग्रामीणों में हाथियों के आने से दहशत का माहौल व्याप्त है।
इस संबंध में बैकुंठपुर रेंजर अखिलेश मिश्रा ने बताया कि महिला की उम्र 60 से 65 वर्ष बताई जा रही है। शौच के लिए जाने का कारण बताया जा रहा है, 5 हाथियों के दल के ने ही उसे कुचल कर मार डाला। हाथियों के दल पर विभाग निगाह रखे हुए है, फिलहाल ग्रामीणों को जंगल में ना जाने की सलाह दी गई है।
मिली जानकारी के अनुसार कई दिन से बैकुंठपुर के माटीझरिया में डेरा डाले हाथियों का दल अमरपुर होते हुए चिरमिरी के गेल्हापानी पहुंच गया, वहीं पोडीथाना अंर्तगत आने वाले ग्राम पलथाजाम में अलसुबह शौच करने गई महिला कुंति बाई को कुचल कर मार डाला। सूचना मिलते की कोरिया वनमंडल के डीएफओ, बैकुंठपुर और चिरमिरी रेंजर के अलावा पुलिस कर्मी भी पहुंच गए, शव का पंचनामा बना उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। वहीं हाथियों का दल वहीं जंगल में निकल गया, पूर्व मेे इस दल में 6 हाथी थे, दल से बिछड कर एक हाथी मनेन्द्रगढ के पाराडोल की ओर जाते देखा गया है।
वहीं बैकुंठपुर के सलका मे जमे 11 हाथियों का दल दो दिन पहले मनसुख में एक ग्रामीण का घर तोडा था, शुक्रवार को यह दल चिल्का पिपरहिया में पहुंच गया है। हाथियों को लेकर ग्रामीण रतजगा कर रहे है, वन विभाग ग्रामीणों को हाथी के आने पर पटाखे ना फोडने की सलाह दे रहा है, बावजूद इसके ग्रामीण पटाखे फोड रहे है जिससे हाथी और गुस्सें में आकर रहवासी क्षेत्र में आतंक मचा रहे है।
दूसरी ओर कोरिया में पहुचें दोनों हाथियों के दल से वन विभाग को परेशान कर दिया है। विभाग का अमला दिन रात ग्रामीणों को नुकसान ना पहुंचाए इसके लिए हाथियों पर नजर बनाए हुए है। वहीं हाथियों को रहवासी क्षेत्र से दूर करने के लिए बनाए विकर्सण बेरिकेट्स का फायदा देखा गया है, परन्तु इसे अब तक सिर्फ दो ही रहवासी क्षेत्र मे प्रयोग किया है। महिला के मौत के बाद विभाग भी इसे हाथियों के आने जाने वाले समस्त ग्राम में लगाने पर विचार कर रहा है, परन्तु इसके लिए ग्रामीणों को बेहतर समझाईस और प्रशिक्षण की जरूरत है। नहीं तो ग्रामीण इसके चपेट में आ सकते है।
यह भी देखें : खुले में शौच गया था ये शख्स, मगरमच्छ ने पकड़ा और चबा डाला…