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कहीं खाद्य सामग्री के नाम पर ज़हर तो नहीं ले रहे आप ! ऐसे करें दाल से लेकर मसालों तक की शुद्धता की पहचान…

कुछ समय पहले फूड सेफ्टी एंड स्टैन्डर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) ने ग्राहकों को मूंग और मसूर की दाल न खाने की चेतावनी दी थी क्योंकि लैब टेस्टिंग में जांच के दौरान इन दालों में बड़ी मात्रा में जहरीले तत्व पाए गए थे. दरअसल भारत में कनाडा और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों से बड़ी संख्या में मूंग और मसूर की दाल का आयात होता है.

जांच के दौरान FSSAI को इसमें बड़ी मात्रा में हर्बीसाइड ग्लाइफोसेट नामक केमिकल मिला था. वेर्बीसाइड ग्लाइफोसेट को कुछ सालों तक स्वास्थ्य के लिहाज से सुरक्षित माना जाता था, लेकिन हाल ही में डब्ल्यूएचओ इसका सेवन बंद करने के लिए एक एडवाइजरी जारी कर चुका है, क्योंकि इसमें कैंसर कारक तत्व पाए गए थे.

सिर्फ दाल ही नहीं ऐसी न जाने कितनी चीजें जैसे दूध, मसाले, हींग वगैरह जिन्हें हम रोजाना हेल्दी समझ कर खाते हैं, उनमें बाजार में कई तरह की मिलावट की जाती है. मिलावट वाली ये खाद्य सामग्री हमारी सेहत के लिहाज से जहर की तरह होती है. आइए जानें कैसे करें इनमें शुद्धता की परख.

 दालेंः आमतौर पर बाजारों में बिकने वाली दालों का रंग संवारने के लिए उसको मेनेटिल येलो से रंगा जाता है. इसकी परख करने के लिए आपको हाइड्रोक्लोरिक एसिड की जरूरत पड़ेगी. जांच के लिए थोड़ी दाल लेकर पानी में डाल दें और हाइड्रोक्लोरिक एसिड की चार बूंदें डालें. अगर दाल मिलावटी होगी तो पानी का रंग लाल हो जाएगा. ऐसा देखते ही सतर्क हो जाएं वर्ना गुर्दे की समस्या या पाचन तंत्र की परेशानियां हो सकती हैं. इसी तरह आप हल्दी की शुद्धता भी जांच सकते हैं.ं.

दूध : दूध की शुद्धता को परखने के लिए आपको लैक्टोमीटर की जरूरत पड़ेगी. इसके अलावा आप दूध में दो बूंद नाइट्रिक एसिड की मिलाकर भी शुद्धता को जांच सकते हैं. नाइट्रिक एसिड मिलते ही दूध और पानी दोनों अलग.अलग हो जाएंगे.

लाल मिर्च : लाल मिर्च में मिलावट के तौर पर ईंट या कबेलू का बारीक पिसा हुआ पाउडर प्रयोग किया जाता है. इसमें कृत्रिम रंग भी मिला होता है. जांच के लिए लाल मिर्च को पानी में डालिए, अगर लाल मिर्च पाउडर पानी में तैरता नजर आए तो वह शुद्ध है, लेकिन यदि वह डूब जाए तो समझ लीजिए कि मिलावटी है.

हींगः असली हींग को अगर लौ में जलाएंगे तो वो चमकने लगेगी, इसके अलावा थोड़े से पानी में डालते ही वो दूधिया रंग छोड़ देगी. अगर ऐसा कुछ हो तो समझिए हींग शुद्ध है.

मटर : मटर के दानों में हरे रंग का प्रयोग किया जाता है जो शरीर के लिए काफी हानिकारक होता है. इसकी शुद्धता को जांचने के लिए इसे कुछ देर के लिए पानी में डालकर छोड़ दीजिए. अगर मिलावटी होगी तो हरा रंग कुछ ही समय में छूट जाएगा.

काली मिर्च : काली मिर्च में सामान्यतः पपीते के बीज मिलाए जाते हैं. अगर शुद्धता जांचनी है तो इसे पानी में डाल दें. काली मिर्च डूब जाएगी और पपीते के बीज पानी में तैरने लग जाएंगे.

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