कोलकाता से बागडोगरा जा रही एयर एशिया इंडिया की फ्लाइट में यात्रियों से पायलटों के अमानवीय व्यवहार का मामला सामने आया है। चार घंटे से ज्यादा की देरी से उड़ी फ्लाइट में सवार यात्रियों की क्रू मेंबर्स और पायलट के साथ बहस हो गई थी। मामला यही खत्म नहीं हुआ। फ्लाइट से लोगों को भगाने के लिए एयर एशिया के कर्मचारियों ने एसी को इतना तेज कर दिया कि लोगों को सांस लेने तक में दिक्त होने लगी।
इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के कार्यकारी निदेशक दीपांकर राय भी इस विमान में सवार थे। उन्होंने एयर एशिया के कर्मचारियों के गैर-पेशेवर व्यवहार की शिकायत की है। दीपांकर राय ने अपनी शिकायत में कहा है कि यात्रियों को डेढ़ घंटे तक विमान में बिठाए रखा गया।
इसके बाद उन्हें उतरने के लिए मजबूर किया गया।
दीपांकर राय के मुताबिक उस वक्त वहां बाहर भारी बारिश हो रही थी, ऐसे में जब लोगों ने नीचे उतरने से इनकार किया तो विमान के कैप्टन ने लोगों को भगाने के लिए एयरकंडिशनिंग मशीन को तेज कर दिया था। इस कारण विमान के अंदर धुंध जैसी स्थिति बन गई थी। अपने फेसबुक प्रोफाइल में राय ने इस घटना का वीडियो भी शेयर किया है, जिसमें उन्होंने बताया कि वहां बच्चे रो रहे थे और कई महिला यात्रियों को उलटियां भी हो गई। एयर एशिया ने इस बारे में बयान जारी कर उड़ान में हुई देरी को स्वीकार करते हुए खेद जताया है। कंपनी का कहना है कि तकनीकी गड़बड़ी के चलते उड़ान में साढ़े चार घंटे देरी हुई। इसके साथ ही कंपनी ने जानबूझकर एयरकंडिशनिंग तेज करने के आरोप को खारिज किया है।
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