
बैकुंठपुर, चंद्रकांत पारगीर। जनकपुर के मेकर आने वाले उप-डाकघर में एसबीआई से सेजीजी लोन और आरडी खाता से फर्जी निकासी कर डेढ़ करोड़ की राशि गबन करने का मामला सामने आया है। फर्जीवाड़े की शिकायत जनकपुर थाना में की गई थी।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक गिबन कांड का मुख्य आरोपी राकेश सिन्हा तत्काल उप-डाकपाल निकला। उन्होंने उप-डाकपाल रहते हुए पूरी घटना को अंजाम दिया था। पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती निवेन्ता पाल ने एक टीम बनाई थी। टीम ने आरोपी को गिरने के लिए किया। कोरिया, सूरजपुर, अंबिकापुर, बलरामपुर, रामानुजगंज में मुखबिर लगाए थे। सूचना के आधार पर 12 जून को आरोपी राकेश सिन्हा को अंबिकापुर से गिर गया किया गया है।
राकेश सिन्हा के पूछताछ में लगभग डेढ़ करोड़ की राशि का गबन करना स्वीकार किया गया है। गबन की गई राशि में से डाक विभाग के अन्य अधिकारियों की संलताता और रकम प्राप्त करना स्वीकार किया जाता है। आरोपी द्वारा गबन की राशि में से 26 लाख 75 हजार 610 रुपए डाक टिकट में जमा करना स्वीकार किया जाता है आरोपी की गिरफ्तारी करने में क्राइम ब्रंच प्रभारी शिवेंद्र राजपूत, आरक्षक आशीष मिश्रा दीपक पांडे, मुमताज खान, अरविंद कॉल। थाना जनकपुर के एएसआई साकेत बंजारे राजेंद्र सिंह और थाना प्रभारी मनेंद्रगढ़ और आरक्षक जुगल प्रसाद कॉल की सराहनीय भूमिका है।