जगदलपुर। विशेषज्ञों के अनुसार दरभा क्षेत्र का मौसम और यहां की जलवायु काफी तथा काली मिर्च की खेती के लिए अनुकूल है तथा काफी के साथ ही काली मिर्च की खेती कर किसानों को एक साथ पर्याप्त लाभ पहुंचाया जा सकता है और इसी वर्ष से काली मिर्च तथा काफी बीज की फसल दी जाएगी। इस संबंध में प्रदेश से सटे हुये ओडिशा-आंध्रप्रदेश के किसानों का उदाहरण उद्यानिकी महा विद्यालय के विशेषज्ञों ने दिया है। यहां के किसान आज काली मिर्च तथा काफी की खेती से पर्याप्त आर्थिक लाभ कमा रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि बस्तर की भौगोलिक संरचना इतनी अधिक विस्तृत है कि प्रकृति के वरदान स्वरूप समूचे बस्तर में विभिन्न जलवायु तथा मौसम मिलता है। इसी को लक्ष्य करते हुए कृषि उद्यानिकी महाविद्यालय के विशेषज्ञों द्वारा दरभा क्षेत्र को काफी व काली मिर्च की खेती के लिये अनुकूल पाया है। अब नक्सलियों प्रभाव से यहां के किसान मुक्त होकर विकास की नई इबारत काली मिर्च तथा काफी से लिख सकते हैं। इस संबंध में यह भी एक विशेष तथ्य है कि पिछले वर्ष दरभा में प्रायोगिक तौर पर काफी के पौधे लगाये गये थे और इस वर्ष उनकी स्थिति बहुत अच्छी है। इससे प्रोत्साहित होकर विशेषज्ञों ने इसकी खेती के लिये स्थानीय किसानों को आगे आकर काम करने के लिये प्रेरित किया है। इससे न केवल स्थानीय किसानों की आय बढ़ेगी उनका जीवन स्तर भी सुधरेगा।
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