पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय के तत्वावधान में बायोएथिक्स विषय पर अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम
रायपुर। पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय रायपुर के तत्वावधान में इंटरनेशनल नेटवर्क ऑफ यूनेस्को चेयर इन बायोएथिक्स (हाइफा) के सहयोग से विश्वविद्यालय अंतर्गत विभिन्न महाविद्यालयों के शिक्षकों का तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय बायोएथिक्स विषय पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। राजधानी रायपुर के एक होटल में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम के अवसर पर विवि में यूनेस्को चेयर इन बायोएथिक्स हाइफा के नोडल सेंटर का शुभारंभ किया गया। तीन दिवसीय प्रशिक्षण के विभिन्न सत्रों में मानवाधिकार और बायोएथिक्स के वैश्विक घोषणा के 15 सिद्धांतों पर विभिन्न विषय विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षणार्थियों को व्याख्यान एवं विभिन्न माध्यमों के द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन समारोह में मुख्य अतिथि डॉ. एस. गीतालक्ष्मी कुलपति एमजीआर मेडिकल यूनिवर्सिटी तामिलनाडू, अध्यक्षता विवि के कुलपति डॉ. जीबी गुप्ता तथा विशिष्ट अतिथि डॉ. शैलेन्द्र सराफ, कुलपति दुर्ग विश्वविद्यालय, दुर्ग एवं कुलाधिपति एवं राज्यपाल के प्रमुख सचिव सुरेन्द्र जायसवाल थे।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ. एस गीता लक्ष्मी ने कहा कि बायोएथिक्स विषय पर आयोजित यह प्रशिक्षण कार्यक्रम चिकित्सा शिक्षा के गुणात्मक विकास में सहयोग प्रदान करेगा। उन्होंने इस सफल आयोजन के लिए विवि प्रबंधन को बधाई दी। कुलपति डॉ. जीबी गुप्ता ने इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रति चिकित्सा शिक्षकों के स्वस्फूर्त एवं प्रतिबद्ध सहभागिता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए सफल प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए विषय विशेषज्ञों एवं प्रशिक्षणार्थियों के प्रति आभार व्यक्त किया। डॉ. शैलेन्द्र सराफ ने इस कार्यक्रम को शिक्षकों एवं चिकित्सा छात्रों के भावी व्यवसायिक जीवन के लिए उपयोगी बताया।
समारोह को संबोधित करते हुए सुरेन्द्र कुमार जायसवाल ने कहा कि आज के दौर में चिकित्सा व्यवसाय के क्षेत्र में हो रहे नैतिक क्षरण के लिए केवल चिकित्सकों पर ही दोषारोपण किया जाना उचित नहीं होगा क्योंकि दूसरा पक्ष यानी मरीज भी कहीं न कहीं चिकित्सक-मरीज के बीच के पारस्परिक संबंधों में बढ़ रहे दरार के लिए जाने या अनजाने जवाबदेह है, यह प्रशिक्षण इस संबंध को पुनसर््थापित करने में सहयोग प्रदान करेगा। प्रशिक्षण कार्यक्रम में कुल 48 प्रशिक्षणार्थियों ने भाग लिया जिन्हे अतिथियों ने प्रमाण पत्र दिया। कार्यक्रम का आभार प्रदर्शन कुल सचिव डॉ. एसके जाधव ने तथा प्रभावशाली संचालन आयोजन समिति के सचिव के डॉ. नवीन गुप्ता ने किया।
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