चंद्रकांत पारगीर, बैकुंठपुर। कोरिया जिले में बीते 10 दिनों से स्टाफ नर्सो की हडताल से स्वास्थ्य व्यवस्था बदहाल हो चुकी है। सिर्फ जिला अस्पताल में दो दर्जन से ज्यादा स्टाफ नर्से 18 मई से हड़ताल पर है। वहीं प्रशिक्षाणार्थी एएनएम के भरोसे जिला अस्पताल में भर्ती मरीजों को इंजेक्शन, दवा गोली दी जा रही है। नर्सो की हड़ताल के दौरान विभिन्न वार्डों में भर्ती 10 से ज्यादा गंभीर मरीजों की मौत भी हो चुकी है।
इस संबंध में प्रभारी सीएस डॉ. एसके गुप्ता का कहना है कि नर्सो की हडताल का जिला अस्पताल पर किसी भी प्रकार का प्रभाव नहीं पड़ रहा है, सब कुछ व्यवस्थित रूप से संचालित है, हुई मौतों को लेकर उनका कहना है कि प्रतिदिन एक दो सीरियस मरीजों की मौत होती ही है उसका हड़ताल से कोई लेना देना नहीं है।
कोरिया जिले के जिला अस्पताल से लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में पदस्थ सभी स्टाफ नर्से बीते 18 मई से ड्यूटी पर नहीं आ रही है। जिला अस्पताल में 26 से ज्यादा नर्से हड़ताल पर है, जिसके कारण प्रशिक्षणार्थी एएनएम के भरोसे अस्पताल में भर्ती मरीजों को दवा दी जा रही है। इधर, भीषण गर्मी से मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। हर दिन ओपीडी मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी होती जा रही है। सोमवार को 350 से 400 मरीज ओपीडी में पहुंचे, वहीं शनिवार को 245 मरीजों ने अपना इलाज करवाया।
जिला अस्पताल के ड्रेसिंग, इंजेक्शन रूम सहित सभी वार्डों में मरीजों को दवाईयां और इजेक्शन देने का जिम्मा एएनएम पर आ गया है। इंजैक्शन रूम से लेकर ड्रेसिंग रूम में मरीजों को लगाए जाने वाले इंजेक्शन को पढऩे लगाने में कई घंटों मरीजों को इंतजार करना पड़ रहा है। हलांकि अस्पताल प्रबंधन भी मानता है कि हर की दिन की तरह वैसे भी सारा काम प्रशिक्षाणार्थी एनमों के भरोसे ही रहता है। स्टाफ नर्से विभिन्न वार्डो और अन्य सेवाओं की इंजार्च रहती है। उनके जाने से उनके स्थान पर अन्य लोगों को नियुक्त कर कार्य लिया जा रहा है। दूसरी ओर हर दिन होने वाली मौतों को लेकर अस्पताल प्रबंधन चिंतित नहीं है। वहीं नर्सो की हडताल कब खत्म होगी कोई नहीं जानता है, ऐसे मे मरीजों की हो रही असुविधाओं को लेकर प्रशासन और प्रबंधन पूरी तरह से बेखबर है।
हर वर्ग के मरीजों की भरमार
इन दिनों जिला अस्पताल का एक भी वार्ड खाली नहीं है, सबसे ज्यादा उल्टी, दस्त, लू, बुखार, लकवा के कई मरीज अस्पताल में भर्ती है। रोजाना दर्जनों नए मरीजों को भर्ती भी किया जा रहा है। ऐसे में जिला अस्पताल के बारांडे में पलंगों को बिछाया गया है, वहीं ब्लड बैंक के सामने पडी जगह में भी कई बेड लगाए गए है, जिन भी मरीजों को रखा गया है। पड रही भीषण गर्मी से सबसे ज्यादा प्रभावित बच्चे है, जिनकी संख्या में सबसे ज्यादा है।
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