कानपुर। उत्तरप्रदेश के सरकारी ठेकों से किस तरह से मौत का व्यापार चलाया जा रहा है। इसका खुलासा दो दिनों में हुए दर्जनभर मौतों से हो गया। पिछले दो दिनों में कानपुर शहर और कानपुर देहात में नकली शराब से मरने वालों का आंकड़ा 11 तक पंहुच गया है। कानपुर शहर में शनिवार को सचेंडी इलाके में पांच की मौत हुई तो इसके अगले दिन रविवार को कानपुर देहात के रूरा में इसी शराब ने पांच लोगों की जान ली। इन मौतों से जागी पुलिस ने सपा के पूर्व विधायक रामस्वरूप सिंह के दो पोतों (विनय सिंह और नीरज सिंह) समेत 6 लोगों को गिरफ्तार किया है, साथ ही आबकारी विभाग के दो अधिकारियों पर भी इसकी गाज गिरी।
कानपुर शहर के सचेंडी इलाके में शनिवार को सरकारी ठेके राम बालक के यहां से नकली शराब पीने के बाद पांच लोगों की मौत हो गई थी, जबकि एक की मौत अस्पताल में हो गई. फिर रविवार को कानपुर देहात के रूरा इलाके में सरकारी ठेके से शराब पीकर पांच मर गए जबकि 6 का इलाज चल रहा है। आईजी कानपुर का कहना है कि नकली शराब सपा के पूर्व विधायक रामस्वरूप के पोते विनय सिंह और नीरज सिंह ने सप्लाई की थी, इस कारण उन पर धारा 60 ए के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई है, जिसमें फांसी की सजा तक का प्रावधान है।
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