रायपुर। शहर में पीलिया का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। बावजूद इसके बीमारी की समुचित रोकथाम के लिए कोई गंभीर कदम नहीं उठाया गया है। इधर कांपा-नहरपारा के बाद पीलिया ने अब रामकुंड, प्रोफेसर कालोनी, रामनगर कुकुरबेड़ा, सरोना जैसे इलाकों में भी पैर पसारना शुरू कर दिया है। राजधानी में अभी तक पीलिया के सबसे अधिक केस कांपा-मोवा इलाके से ही सामने आए थे। इसके अलावा गुढिय़ारी के रामनगर इलाके में भी एक प्रसूता की मौत के बाद शहर भर में इस बीमारी को लेकर हड़कंप मच गया था। यह हड़कंप थम भी नहीं पाया था कि एक के बाद एक करते हुए करीब आधा दर्जन लोगों की मौत पीलिया के चलते हो गई।
इसके बाद प्रभावित इलाकों में स्वास्थ्य कैंप आयोजित किया गया। बावजूद इसके पीलिया पर काबू नहीं पाया जा सका है। वर्तमान में स्थिति और ज्यादा भयावह होती जा रही है। एक आंकड़े के अनुसार शहर के विभिन्न इलाकों में अभी भी करीब 250 लोग पीलिया से प्रभावित हैं और विभिन्न अस्पतालों में इन मरीजों का उपचार चल रहा है। इनमें से 20 से अधिक मरीजों की हालत गंभीर बताई जा रही है। इधर शहर के कांपा-मोवा इलाके से बढ़ता हुआ पीलिया का प्रकोप अब शहर के दूसरे इलाकों में भी पहुंच गया है। रामनगर, रामकुंड, चंगोराभाठा, कांपा, प्रेमनगर, लोधीपारा, दुर्गा नगर, आमासिवनी, कुकुरबेड़ा, सरोना के कुछ इलाकों तक पीलिया की पहुंच हो गई है।
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