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EXCLUSIVE: सवारियों से भरी बस नियंत्रित होकर पलटी, एक की मौत, 25 घायल, जानें कहां हुआ ये दर्दनाक हादसा

चंद्रकांत पारगीर, बैकुण्ठपुर। बुधवार 9 कई को सवारियों से भरी बोल बम बस अनियंत्रित होकर पुलिया के पास पलट गई, जिससे कि एक महिला की मौत हो गयी। वही 25 के करीब सवारी घायल हो गये जिनमें से दो तीन लोगों की हालत गंभीर है। फिलहाल घटना पश्चात सभी घालयों को उपचार के लिए निकट के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोनहत में भर्ती कर उपचार किया जा रहा है।


घटना के संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार जनपद मुख्यालय सोनहत में बुधवार को बाजार दिवस था। इसी दिन क्षेत्र के दुरस्थ ग्राम जोगिया से सोनहत आ रही बोल बम बस ग्राम कछाडी व छिंगुरा के बीच पडने वाले एक पुलिया पर अनियं़ित्रत होकर पलट गयी। बताया जाता है कि छोटी बस में उपर नीचे करीब 60 यात्री सवार थे। जिससे कि बस अनियं़ित्रत होकर पुलिया पर पलट गयी। इस घटना में एक महिला की मौत हो गयी। शेष करीब 25 की संख्या में यात्री घायल हो गये। जिन्हे एम्बुुलेंस व अन्य माध्यमों से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया तथा उपचार प्रारंभ कर दिया गया। जानकारी के अनुसार उक्त घटना में दो तीन लोगों को गंभीर चोटे आयी है। दोपहर तक किसी भी घायल को जिला अस्पताल तक नहीं भेजा गया था।


छोटी बस में ठॅॅूस ठूॅस कर भरी जाती है यात्री
वर्तमान समय में शादि विवाह का सीजन चल रहा है इस दौरान ज्यादा संख्या में लोगों का आना जाना यहॉ वहां लगा हुआ है। साथ ही अपने क्षेत्र के प्रमुख बाजार में खरीदी करने के लिए भी लोग प्रतिदिन पहुॅच रहे है। वनांचल क्षेत्रों में सीमित बसे चलने के कारण इन बसों में यात्रियों की संख्या अधिक रहती है। पूरे बस में ठॅूस ठूॅस कर यात्री भरे जाते है। यह भी देखने को मिलता है कि वनांचल क्षेत्रों के बसों में बिहार झारखंड की तर्ज पर यात्रीगण बस के दरवाजे के पास लटकते हुए चलते है इसके अलावा बसों के छत में भी यात्री बैठकर यात्रा करते हंै। इन क्षेत्रों में किसी तरह की रोक टोक नही होने के कारण बस चालक मनमानी करते नजर आते है। बसों के अलावा ऑटो चालकों के द्वारा भी ऑटों में क्षमता से अधिक सवारी ढोकर चलते है। जिससे कि दुर्घटना की संभावना बनी रहती है।


नियम विरूद्ध चल रहे कई यात्री वाहन
कोरिया जिले में कई रूटों में यात्री वाहन नियम विरूद्ध तरीके से बे रोक टोक के संचालित हो रहे है। ऐसे वाहनों के सडकों पर चलने से दुर्घटना की संभावना हमेशा ही बनी रहती है। ऐसे वाहनों की जॉच पडताल भी कही नही की जाती। जर्जर कई वाहन फिटनेश से बाहर हो गये है इसके बावजूद सडकों पर दौड रही है। परिवहन विभाग द्वारा यात्रियो की सुरक्षा के लिए बनाये गये नियमों की भी धत्ता बताते हुए चलते है। क्षमता से अधिक सवारी भरकर चलना आम बात हो गयी है। वही जिले के घाटी वाले क्षेत्रों में भी क्षमता से अधिक सवारी हमेशा भरकर छोटी बडी बसे चलती है। जिस पर कार्यवाही करने की जरूरत है।

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