रायपुर। डॉ. रमन सिंह को यह विज्ञापन अपने हाथों में लेकर खुद को ढूँढने का प्रयास करना चाहिए। मेरे अभिन्न मित्र को इस विज्ञापन में उनकी ही सच्चाई दिखेगी, क्योंकि यह विज्ञापन सिर्फ और सिर्फ झूठ का पुलिंदा है।
अखबारों में झूठा विज्ञापन और गलत आंकड़े पेश कर रमन सिंह ने न सिर्फ जनता को गुमराह करने का कुत्सित प्रयास किया है बल्कि साथ ही साथ मुख्यमंत्री पद की गरिमा को भी ठेस पहुंचाई है। छग की राजनीति को रसातल में ले जाने के लिए के डॉ. रमन सिंह के योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।
विज्ञापनों में यह दावा भी झूठा है कि छात्रों को नि:शुल्क लैपटॉप और टैबलेट देने वाला छग पहला राज्य है। तथ्य यह है कि लैपटॉप वितरण योजना जयललिता सरकार ने सबसे पहले शुरु की थी। सितम्बर 2011 को सर्वप्रथम तमिलनाडु में छात्रों को लैपटॉप बांटा गया था।
विज्ञापन में दावा किया गया है कि आईआईटी, आईआईएम,एआईआईएमएस और आईआईआईटी वाला पहला राज्य छत्तीसगढ़ है जबकि यह सच नहीं है, क्योंकि छग से पहले ये सारे संस्थान राजस्थान में स्थापित हो चुके थे। छग में भी आईआईटी, एम्स जैसे राष्ट्रीय संस्थानों की स्थापना यूपीए की सरकार के प्रयत्नों से ही संभव हो पायी।
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