
रायपुर: छत्तीसगढ़ में एक ओर जहां कोरोना संक्रमण कहर बरपा रहा है, वहीं दूसरी ओर प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से बेमौसम रूक-रूक कर हो रही बारिश व अंधड़ से फसलों को भारी नुकसान पहुंंचा है, जो किसानों की परेशानियों को और बढ़ा दिया है।
प्रदेश में पिछले तीन-चार दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश ने किसानों की कमर तोड़ दी है। जमीन पर गिरी धान फसल, व कटाई के बाद रखी धान की बालियां, खलिहानों पर रखा धान भी भीग गया है। लगातार बारिश होने से धान के पौधों व धान में अंकुरण आना शुरू हो गया है, इससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है।
राज्य के रायपुर, दुर्ग, धमतरी, बिलासपुर, महासमुंद, बस्तर, अम्बिकापुर सहित 21 से अधिक जिलो में बेमौसम बारिश कहर बनकर बरस रहा है।
मौसम विभाग ने अभी प्रदेश में कुछ दिन ऐसा ही मौसम बने रहने की संभावना जतायी है, जिसके चलते जहां अब तक बेमौसम बारिश ने कहर नहीं बरसाया है उन स्थानों के किसानों की चिंता बढ़ी हुई है।
फसलों को नुकसान से और बढ़ेगी महंगाई :
गर्मी के दिनों में बेमौसम बारिश से सिर्फ फसलों को नुकसान पहुंचने से किसानों को परेशानी नहीं बढ़ेगी बल्कि इसका असर लोगों के बजट पर भी पड़ेगा। क्योंकि फसलों को नुकसान होने से महंगाई भी बढ़ेगी क्योंकि बाजार के मंडियों में अगर आवक कम होगी तो उन सभी चीजों का मूल्य भी बढ़ेगा जिसकी फसल बेमौसम बारिश से बर्बाद हुई है।
यहीं नहीं खराब मौसम का विपरीत असर लोगों की सेहत पर पडऩे लगा है। कई लोग सर्दी, खांसी, बुखार जैसे मौसमी बीमारियों की चपेट में आने लगे है। ऐसे में कोरोना संक्रमण का खतरा फिर मंडराने लगा है।