
अनियमित कर्मचारियों को अब अपने अफसरों का अत्याचार झेलना पड़ रहा हैं। ये कर्मचारी छटनी, अफसरों की अश्लील हरकतों के शिकार हो रहे हैं। इन्हें नौकरी बचाने के बाद रुपए देने को भी कहा जा रहा है। इन मामलों का खुलासा खुद कर्मचारियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए किया। ये कर्मचारी अब मंगलवार से आमरण अनशन शुरू करने जा रहे हैं। इधर अधिकारियों का कहना है कि ये पूरी शिकायत फर्जी है।
छत्तीसगढ़ संयुक्त अनियमित कर्मचारी महासंघ और जिला समन्वयक स्वच्छ भारत मिशन एवं शहर आवासीय अनियमित कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों ने सोमवार को मीडिया से बात की। दावा किया गया कि उनके संगठनों से जुड़े कर्मचारियों की छटनी कर दी गई। जबकि कांग्रेस पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में दावा किया था कि इस तरह से कर्मचारियों की छटनी नहीं होगी। अब छटनी का डर दिखाकर कर्मचारियों से रुपए मांगे जा रहे हैं।
टीम लीडर मांग रहा 5 लाख
कर्मचारियों की तरफ से संगठन के नेता रवि गढ़पाले और सौरभ मिश्रा ने बताया कि, नगरीय प्रशासन विभाग में काम करने वाले दो कर्मचारियों की छटनी कर दी गई। इसमें स्वच्छ भारत मिशन के तहत काम करने वाले बेमेतरा के सौरभ मिश्रा और जांजगीर की आरती यादव को हटाया गया है। कर्मचारी संगठन ने इन दोनों के बहाल करने की मांग की है। कर्मचारी नेताओं का दावा है कि स्वच्छ भारत मिशन के टीम लीडर नितेश शर्मा ने कर्मचारियों को नौकरी बचाए रखने के बदले 5 लाख रुपए मांगे हैं। नितेश शर्मा रायपुर संचालनालय में पदस्थ है।
महिला कर्मचारियों से की गाली गलौज
रवि गढ़पाले ने बताया कि टीम लीडर नितेश शर्मा ने ऑफिस के काम पर रहने वाली महिला कर्मचारियों का पर्सनल नंबर लेकर उनके साथ अश्लील बात-चीत की। विरोध करने पर शर्मा ने महिलाओं के साथ गाली-गलौज कर काम से हटाने की धमकियां दी। इस मामले में आजाद चौक थाने जाकर महिलाओं ने शिकायत देना चाही मगर पुलिस ने FIR दर्ज नहीं की। इस मामले की शिकायत महिला आयोग में भी की गई है।
नितेश शर्मा बोले, कुछ नहीं पता
इन आरोपों के बारे में पूछे जाने पर नितेश शर्मा ने दैनिक भास्कर से कहा- मुझे इन मामलों की कोई जानकारी नहीं है, आप बता रहे हैं तो पता चल रहा है। क्या आपने किसी महिला कर्मचारी से अभद्र बात की या पैसे मांगे ये पूछे जाने पर नितेश शर्मा ने कहा मुझे इस बारे में कुछ नहीं पता, ये शिकायत मनगढ़ंत है। महिला आयोग में अगर शिकायत की गई है तो वहां जवाब दिया जाएगा।
अब भूख हड़ताल करेंगे कर्मचारी
अनियमित कर्मचारियों के संगठन से जुड़े नेताओं ने कहा है कि छटनी, घूस मांगे जाने और महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार के मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई। ऐसे में अब एक बार फिर से अनियमित कर्मचारी आंदोलन करने जा रहे हैं। मंगलवार 20 सितंबर से कर्मचारी आमरण अनशन करेंगे, ये अनशन तब तक होगा जब तक छटनी किए गए कर्मचारियों की बहाली न हो जाए। 21 सितंबर को मुख्यमंत्री निवास तक कैंडल मार्च निकालने की तैयारी है। ये विरोध प्रदर्शन कर्मचारी तेलीबांधा तालाब के किनारे बैठकर करेंगे।