नया विधानसभा भवन तैयारियों की अंतिम दौर में, 1 नवंबर को हो सकता है उद्घाटन, शीतकालीन सत्र यहीं होगा आयोजित

नवा रायपुर : छत्तीसगढ़ की राजधानी नवा रायपुर में बन रहा नया विधानसभा भवन अब अंतिम चरण में है। डिप्टी सीएम अरुण साव ने 10 जुलाई को निर्माण कार्य का निरीक्षण किया और बताया कि सितंबर तक काम पूरा कर लिया जाएगा, वहीं 1 नवंबर को इसके लोकार्पण की तैयारी है।
सूत्रों के अनुसार, राज्य स्थापना दिवस के मौके पर इस ऐतिहासिक भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा कराए जाने की संभावना है। 2025 में छत्तीसगढ़ के गठन को 25 वर्ष पूरे हो रहे हैं, जिसे यादगार बनाने के लिए विशेष तैयारियां की जा रही हैं।
सीट पर बैठकर देखा डिप्टी सीएम ने अनुभव
निरीक्षण के दौरान डिप्टी सीएम अरुण साव ने विधानसभा सदन में लगने वाली विधायक की सीट पर बैठकर उसका अनुभव लिया, ताकि कोई असुविधा न हो। साथ में लोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह और प्रमुख अभियंता वी.के. भतपहरी भी मौजूद थे।
सितंबर तक पूरा होगा काम, इंटीरियर तेजी से जारी
डिप्टी सीएम ने बताया कि सिविल कंस्ट्रक्शन का काम लगभग पूरा हो चुका है और अब इंटीरियर कार्य तेजी से चल रहा है। ब्लॉक A (विधानसभा सचिवालय) और ब्लॉक C (मंत्रियों के चैंबर) में इंटीरियर लगभग पूरा हो चुका है। मुख्य सभागार और ब्लॉक B (मुख्यमंत्री व विधानसभा अध्यक्ष कार्यालय) में कार्य प्राथमिकता से हो रहा है।
भवन में छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक झलक
अरुण साव ने कहा कि नया विधानसभा भवन छत्तीसगढ़ की संस्कृति और शिल्पकला की झलक को दर्शाएगा, जो राज्य ही नहीं बल्कि देशभर के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा।
भवन की खासियतें:
- 52 एकड़ क्षेत्र में फैला विशाल परिसर
- 200 सदस्यों की बैठक क्षमता वाला सदन
- 500 दर्शकों के लिए ऑडिटोरियम
- 700 कारों की पार्किंग, दो 1.5 एकड़ के सरोवरों का प्रस्ताव
- 24 मंत्रियों के लिए अलग चैंबर, एंट्री और एग्जिट के लिए अलग द्वार
- तीन विंग: A (सचिवालय), B (सदन व सीएम/अध्यक्ष कार्यालय), C (मंत्रियों के कार्यालय)
मानसून सत्र पुरानी विधानसभा में
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र 14 जुलाई से 18 जुलाई 2025 तक चलेगा, जिसमें कुल 5 बैठकें होंगी। यह सत्र फिलहाल पुरानी विधानसभा में आयोजित किया जाएगा।
शीतकालीन सत्र से नई विधानसभा में विधायकों की बैठक की शुरुआत होगी, जिससे छत्तीसगढ़ विधानसभा को एक नया स्थायी “पता” मिलेगा।