राष्ट्रकथा शिविर में गुजरात गए छत्तीसगढ़ के सभी बच्चे सुरक्षित

रायपुर। राज्य सरकार के आदिम जाति और अनूसूचित जाति विकास विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार गुजरात के ग्राम प्रांसला, तहसील उपलेटा (जिला-राजकोट) में आयोजित 20वें राष्ट्रकथा शिविर में शामिल होने गए छत्तीसगढ़ के सभी 220 स्कूली बच्चे पूरी तरह सुरक्षित हैं। शिविर का कल आखिरी दिन था। ये विद्यार्थी छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में संचालित एकलव्य विद्यालयों से वहां गए हैं। उनके साथ विभागीय अधिकारी और अध्यापक भी हैं। विभाग के संचालक जी.आर. चुरेन्द्र ने बताया कि विभिन्न टेलीविजन समाचार चैनलों और अखबारों में यह खबर आई है कि शिविर स्थल में अग्नि दुर्घटना हुई है। इस सिलसिले में रायपुर से विभागीय अधिकारियों ने वहां संपर्क किया, तो जानकारी मिली की सभी बच्चे सुरक्षित हैं और 13 जनवरी को वहां से छत्तीसगढ़ आने के लिए अहमदाबाद रवाना हो चुके हैं। ये विद्यार्थी 14 जनवरी को अहमदाबाद से रवाना होकर रात्रि 10 बजे रायपुर रेल्वे स्टेशन पहुंचेंगे। राष्ट्रकथा शिविर का आयोजन राष्ट्रीय एकता और सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने तथा राष्ट्र निर्माण में नई भागीदारी बढ़ावा देने के लिए छह जनवरी से 13 जनवरी तक वहां किया गया था।