छत्तीसगढ़ में भी उठी दुष्कर्मियों को फांसी की मांग, कई संगठनों ने कहा- पास्को एक्ट संशोधित हो

रायपुर। देश-प्रदेश में इन दिनों मासूम बच्चों से अनाचार की घटनाओं में इजाफा होने से राजधानी सहित पूरे देश में आम लोगों में गहरा आक्रोश है। राजधानी रायपुर में स्थित नारी शक्ति आदि शक्ति, समर्थ पहल एवं महिला सशक्तिकरण की पक्षधर महिलाओं ने मुख्यमंत्री से दुष्कर्म के आरोपियों को फांसी देने की मांग के संबंध में 1860 के लैंगिक अपराधों से संबंधित अधिनियम में संशोधन की मांग करते हुए आगामी मानसून सत्र में 12 वर्ष से कम आयु के लड़की अथवा लड़के से अनाचार होने की स्थिति में अनाचारी को फांसी दिये जाने के संबंध में संशोधन की मांग की है। ज्ञातव्य है कि राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष हर्षिता पाण्डेय ने भी जनभावनाओं के अनुकुल 2012 के पास्को एक्ट में संशोधन की मांग करते हुए मुख्यमंत्री से आगामी विधानसभा सत्र में फांसी संबंधी विधेयक तत्काल पारित करवाने की मांग की है। प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने भी इस संबंध में सकारात्मक संकेत देते हुए विधानसभा में दुष्कर्म के आरोपियों को फांसी की सजा संबंधी प्रावधान पर सहमति जाहिर की है।
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के कठुआ में मासूम आसिफा एवं उत्तरप्रदेश में भाजपा विधायक द्वारा अनाचार की घटनाओं को लेकर देश भर में आक्रोश की लहर है। जगह-जगह कैंडल मार्च का प्रदर्शन कर लोग घटनाक्रम में शामिल अनाचारियों को फांसी देने की मांग कर रहे है। शहर की अनेक प्रबुध्द महिलाओं ने दुष्कर्म के आरोपियों को फांसी देने की मांग मुख्यमंत्री एवं प्रधानमंत्री से की है। हाईकोर्ट अधिवक्ता दीपाली पाण्डेय ने उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को अनाचार से संबंधी मामलों में अधीनस्थ अदालतों को तत्काल सुनवाई करते हुए मामले का निर्णय देने के संबंध में निर्देश देने की मांग की है।
यहाँ भी देखे – 3 नाबालिगों ने एक साथ लगाई फांसी