छत्तीसगढ़

कलेक्टर नीलकंठ बाईक में सवार होकर पहुंचे ग्रामीओं के बीच…रोड़, पानी, बिजली की मांग…तत्काल दी मंजूरी

कोंडागांव। केशकाल के ऊंची पहाडिय़ों में बसे ग्राम उमड़ादाहा के निवासियों के लिए 30 दिसंबर का दिन यादगार रहेगा। जब जिले के कलेक्टर नीलकंठ टीकाम बाईक में सवार होकर इस चट्टानी पर्वत श्रृंखलाओं में बसे ग्रामीणों से मिलने पहुंचे। यहां ग्रामीणों के रोड बनाने की मांग को तत्काल स्वीकृत किया गया। जानकारी हो, कांकेर और कोण्डागांव जिले के सीमाओं पर बसे इस पर्वतीय ग्राम के निवासी वर्षो से चट्टानी पहाड़ी घुमावदार रास्तो से नीचे उतरकर ब्लॉक मुख्यालय केशकाल या जिला मुख्यालय कोण्डागांव पहुंच पाते है।

कलेक्टर के बाईस से गांव निरीक्षण के दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष देवचंद मातलाम, जनपद सदस्य पनकुराम कोरेटी, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास जीएआर सोरी, एसडीएम धनंजय नेताम, कार्यपालन अभियंता अरुण शर्मा, तहसीलदार राकेश साहू, सीईओ जनपद पंचायत केशकाल भुनेश्वर राज सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे।

इस पहाड़ी भू-भाग में लगभग 9 गांव होनहेड़, कुपागोंदी, सेंदुरमेटा, उमड़ादाहा, घोड़ाझर, उपरमुरवेण्ड, मातेंगा, खालेचंदेली जैसे गांव की बसाहट है। जो सालो से आवागमन की समस्या से जुझ रहे थे परन्तु अब कलेक्टर के स्वीकृत से बनने वाले होनहेड़ से उमड़ादाहा (13 किमी), उमड़ादाहा से मातेंगा (6 किमी) की सड़क बनने से ब्लॉक मुख्यालय केशकाल की दूरी मात्र 22 किमी रह जायेगी।

कलेक्टर के इस तरह अचानक बाईक से पहुंचने पर स्थानीय ग्रामीण भी भौचक्के रह गए। परिचय होने पर ग्रामीण महिलाओं और पुरुषों ने कलेक्टर से खुलकर अपनी मांगो व समस्याओं से अवगत कराया। कलेक्टर नीलकंठ टीकाम ने प्रत्यक्ष रुप से ग्रामीणों को हो रही कठिनाईयों को देखा और तत्काल रोड निर्माण के प्रस्ताव को मंजूरी दी।

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