बंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में किया गया आईईडी और टाइमर लगाकर किया गया खतरनाक विस्फोट था। घटना स्थल से बैट्री और टाइमर बरामद होने के बात सामने आ रही है। हालांकि बम बनाने वाले ने बस इसकी तीव्रता कम रखी थी। एनआईए पहले से ही इस जांच में जुड़ी हुई है।
बता दें कि व्हाइटफील्ड स्थित रामेश्वरम कैफे में IED का विस्फोट शुक्रवार को करीब सवा एक बजे हुआ। इस विस्फोट में दस लोग घायल हो गए हैं। एक महिला 40 फीसदी तक जल गई है। इसके साथ ही धमाके कारण तीन लोगों के कान को नुकसान पहुंचा है। विस्फोट स्थल पर बैटरी, वॉशर, आईडी कार्ड, नट और बोल्ट पाए गए हैं।
आतंकी घटना को लेकर हो रही सुगबुगाहट पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि वह जांच पूरी होने के बाद ही इसके बारे में कुछ पता चल पाएगा। इस मामले की जांच पुलिस कर रही है। दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा। धमाके में किस चीज का इस्तेमाल हुआ है। इसका भी पता लैब टेस्ट से चलेगा।
ब्लास्ट के लगभग एक घंटे पहले रामेश्वरम कैफे में सीसीटीवी कैमरे में कैद टोपी, चश्मा और मास्क पहने एक व्यक्ति मुख्य संदिग्ध के रूप में उभरा है। पुलिस सूत्रों ने कहा कि उस व्यक्ति की पहचान करने के प्रयास किए जा रहे हैं, जिसने अपना आधा चेहरा छिपा रखा था। इसके अलावा, इस ब्लास्ट में मंगलुरु ब्लास्ट का कनेक्शन भी सामने आ रहा है जहां 2022 में संदिग्ध आईएस आतंकी ने विस्फोट को अंजाम दिया था।
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