अधिकारी तो सारे फायदे ले रहे हैं, लेकिन मैदानी अमले को रखते हैं इससे वंचित
रायपुर। राज्य विगत 40 दिनों से जारी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं के आंदोलन व उनकी मांगों का शालेय शिक्षाकर्मी संघ के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र दुबे व प्रांतीय सचिव धर्मेश शर्मा ने धरना स्थल पर पहुंचकर उनकी मांगों व उनके आंदोलन का समर्थन किया। वीरेंद्र दुबे ने कहा कि कहा कि राज्य में प्रशासनिक आतंक कायम है, जिसके चलते राजनेता व प्रशासनिक अधिकारी समस्त लाभ व सुविधाएं तो प्राप्त कर लेते हैं, लेकिन मेहनतकश मैदानी अमले की आवाज व उनकी मांगों का दमन करते है। दुबे ने आंदोलन स्थल के एक दिन के टेंट के व्यय संघ द्वारा वहन करने की घोषणा की।
धर्मेश शर्मा ने कहा कि जिन आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं के माध्यम से महिला शिशु स्वास्थ्य शिक्षा, महिला सशक्तिकरण संस्थागत प्रसव आदि में राज्य के सराहनीय प्रयास किया है जिसका बखान मुख्यमंत्री महोदय राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय मंचो पर करके श्रेय तथा अनुदान प्राप्त करते है, लेकिन उनकी समस्याओं के समाधान में से विफल रहे हैं। शालेय शिक्षाकर्मी संघ ने मुख्यमंत्री से मामले का संज्ञान में लेने तथा समस्त बर्खास्त कार्यकर्ताओं को बहाल कर उनकी मांगों को पूर्ण कर के एक मिसाल कायम करें।
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