
सूरजपुर। जिले के प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा बाल विवाह रोकने हर स्तर पर प्रयास किया जा रहा है। इस दौरान कहीं-कहीं इन अधिकारियों की समझाईश का असर हो रहा है तो कहीं नहीं। ऐसा ही एक मामला सूरजपुर जिले से प्रकाश में आया है जिसमें बाल विवाह रोकने के उद्देश्य से परिजनों समेत लड़के और लड़की को समझाईश दी गई थी। लेकिन इनकी समझाईश का कोई असर नहीं हुआ और नतीजा यह हुआ कि 19 साल के लड़के ने 14 साल की लड़की को भाग ले गया।
जिला बाल संरक्षण अधिकारी मनोज जायसवाल को जनवरी माह में बाल विवाह की सूचना मिलने पर संयुक्त टीम द्वारा रामानुजनगर थाना के ग्राम त्रिपुरेश्वरपुर में बाल विवाह रूकवाया गया था, साथ ही समझाईश भी दी गई थी।
बालिका की उम्र मात्र 14 वर्ष थी। समझाईश के बाद भी 19 साल के लड़के के द्वारा लड़की को भगा ले जाने की कोशिश की जाती रही है। और फिर मौका देखकर संतलाल ने 14 साल की लड़की को भगा कर अपने घर ले गया। इसकी जानकारी जिला बाल संरक्षण अधिकारी को मिली उसके पश्चात उसके माता के माध्यम से रामानुजनगर थाना में लड़के के खिलाफ अपराध पंजीबद्व कराया गया। वहीं संतलाल के घर से लड़की को बरामद किया गया और बालिका के कहे अनुसार बालक के खिलाफ एवं उसकी सहयोग करने वाली उसकी माता प्रसादो बाई को जेल भेज दिया गया।
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