ज्योति मौर्य जैसा एक और मामला, बस्ती में बहुचर्चित ज्योति मौर्य की तरह एक मामला सामने आया है। यहां कप्तानगंज थाना क्षेत्र के भुवनपुर निवासी अर्चना भी ज्योति मौर्य की राह पर चल पड़ी है। जिस पति ने खेत बेचकर उसे नर्सिंग का कोर्स कराया। नौकरी मिलने के बाद अब वह उसे छोड़कर अपने प्रेमी के साथ रहना चाहती है। पत्नी की बेवफ़ाई से परेशान पति न्याय पाने के लिए पुलिस अधिकारियों से गुहार लगा रहा है।
कप्तानगंज थाना क्षेत्र के धर्मसिंहपुर निवासी अमित कुमार की शादी इसी थाना क्षेत्र के भुवनपुर निवासी अर्चना के साथ 29 मई 2011 को हुई। पति अमित के अनुसार ससुराल आने के बाद उसने पढ़ लिखकर नौकरी करने की इच्छा जताई।
माली हालत ठीक न होने के कारण उसने मना कर दिया, लेकिन जब पत्नी जिद पर अड़ गई और विवाद करने लगी तो जमीन बेचकर उसका दाखिला गोरखपुर के राजकीय पैरा मेडिकल कालेज में कराया। वहां वह हास्टल में रहने के दौरान कालेज प्रबन्धक के भांजे धनंजय मिश्रा के सम्पर्क में आ गई।
पत्नी के साथ रहता था युवक – कोर्स पूरा होने के बाद उसकी नियुक्ति श्रावस्ती जिले के भिनगा संयुक्त चिकित्सालय में हो गई। जब भी वह भिनगा पत्नी से मिलने जाता था। वहां धनंजय मिश्रा मौजूद मिलते थे। पूछने पर पत्नी उसे अपना मित्र बताती थी। धनंजय मिश्रा भी यह कहते थे कि पहले फोन पर बताकर आया करो। जब इस पर आपत्ति जताया तो उसके उकसाने पर पत्नी ने दहेज उत्पीड़न और तलाक का मुकदमा दर्ज करा दिया। उसके एक 7 साल की बेटी भी है। परिवार न्यायालय में मामला विचाराधीन है।
30 जून को वह परिवार न्यायालय में चल रहे मुकदमे में मेडिएशन के लिए आया था। वहां से वापस लौटते समय खजुहा गांव के पास 2 बाइक से आए धनंजय मिश्रा, उसकी पत्नी अर्चना, ससुर लवकुश व एक अन्य व्यक्ति ने उसे रोक लिया। उस पर तलाक देने का दबाव बनाया। जब उसने तलाक देने से मना कर दिया और कहा कि मामला न्यायालय में चल रहा है। उसने विदाई का भी दावा किया है।
जान से मारने की धमकी दी – इस बात पर सभी भड़क गए और तलाक न देने पर उसे जान से मारने की धमकी देते हुए चले गए। उसने थाने पर घटना की जानकारी दी, लेकिन पुलिस ने कुछ नहीं किया। थक हार कर उसने एसपी का दरवाजा खटखटाया है। पीड़ित पति के अधिवक्ता अशोक कुमार ओझा ने बताया कि दहेज उत्पीडन के मामले में दर्ज मुकदमे में अमित ने जमानत करा लिया है।
तलाक का मुकदमा सिविल जज के न्यायालय में चल रहा है। मामले में मेडिएशन चल रहा है। मामले में एसपी को प्रार्थना पत्र दिया गया है कि आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराकर पीडित को न्याय दिलाएं। यदि संभव हो तो पत्नी की विदाई करा दें ताकि एक परिवार बिखरने से बच जाए।
Add Comment