कांकेर : अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे संविदा कर्मचारियों पर सरकार ने एस्मा लगा दिया है और काम पर लौटने का अल्टीमेटम दिया हे। लेकिन इस बीच खबर आ रही हे कि प्रदर्शन कर रहे 1700 संविदा कर्मचारियों ने अपना इस्तीफा सौंप दिया है। बताया जा रहा है कि सभी कर्मचारियों ने सरकार की ओर से एस्मा लगाए जाने के विरोध में इस्तीफा दिया है।
बता दें प्रदेशभर के संविदा कर्मचारी नियमितीकरण की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। हाल में सरकार ने प्रदर्शकारियों प्रदर्शन-हड़ताल में शामिल स्वास्थ्य विभाग के संविदा नर्स, स्वास्थ्य कर्मी, एंबुलेंस सेवा के कर्मचारी को काम पर लौटने का आदेश जारी करते हुए उन पर एस्मा लागू कर दिया था। सरकार के इस कदम से प्रदर्शनकारी कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है। रिपोर्ट्स के मुताबिक़ इस प्रदेशभर में हड़ताली संविदा कर्मियों में सबसे ज्यादा संख्या स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों का ही है।
क्या है एस्मा?
आवश्यक सेवा अनुरक्षण कानून (एस्मा) हड़ताल को रोकने के लिये लगाया जाता है। विदित हो कि एस्मा लागू करने से पहले इससे प्रभावित होने वाले कर्मचारियों को किसी समाचार पत्र या अन्य दूसरे माध्यम से सूचित किया जाता है। (CG Samvida Karmchariyon par laga ESMA) एस्मा अधिकतम छह महीने के लिये लगाया जा सकता है और इसके लागू होने के बाद अगर कोई कर्मचारी हड़ताल पर जाता है तो वह अवैध और दण्डनीय है।
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