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ABVP ने CG-PSC चेयरमैन की निकाली शव यात्रा… कैंडिडेट्स ने पदों की बोली लगाकार किया प्रदर्शन, पीएससी का मतलब बताया ‘परिवार सेवा कमीशन’…

CG- PSC में भर्ती में हुई धांधली के खिलाफ बिलासपुर में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने मोर्चा खोल दिया है। परिषद के पदाधिकारियों और प्रतियोगियों ने गांधी चौक में दुकान खोलकर पदों की बोली लगाई। इसके बाद PSC चेयरमैन की शव यात्रा निकाल कर विरोध-प्रदर्शन किया।

CG-PSC के परिणाम आने और चयन सूची जारी होने के बाद से बवाल शांत नहीं हो रहा है। भाजपा के साथ ही अनुसांगिक संगठनों ने CG-PSC के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और लगातार विरोध-प्रदर्शन किया जा रहा है। इसी कड़ी में अखिल विद्यार्थी परिषद ने सोमवार की शाम गांधी चौक में प्रतियोगियों के साथ मिलकर CGPSC में धांधली करने का आरोप लगाते हुए हंगामा मचाने लगे।

प्रतियोगियों ने दुकान लगाकर पदों की लगाई बोली
आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए प्रतियोगियों ने एप्रोच और पैसे के दम पर पद देने का आरोप लगाया। इस दौरान उन्होंने पीएससी की दुकान खोलकर अलग-अलग पदों के लिए बोली लगाते रहे। प्रतियोगी टॉप 20 के पदों से लेकर नीचे के पदों के लिए अलग-अलग रेट की बोली लगाते रहे। उनका कहना था कि CG-PSC में कुछ इसी तरह पदों की बोली लगाकर सूची जारी की गई है।

इसलिए लग रहे अनियमितता के आरोप
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और प्रतियोगियों का दावा है कि CG-PSC 2021 के रिजल्ट में टॉप 30 में शामिल कैंडिडेट्स में कांग्रेस नेताओं के रिश्तेदारों के साथ ही अधिकारी और कारोबारियों के बच्चे हैं। उनका यह भी आरोप है कि प्रदेश के होनहार प्रतियोगियों की जगह सूची में आयोग के चेयरमैन के दत्तक पुत्र के साथ ही अन्य रिश्तेदारों का चयन किया गया है और उनके साथ छलावा किया गया है।

CGPSC के चेयरमैन की निकाली शव यात्रा
इस दौरान परिषद के पदाधिकारी, कार्यकर्ता और प्रतियोगियों ने लोक सेवा आयोग के चेयरमैन टॉमन सोनवानी का प्रतिकात्मक शव बनाया था, जिसे कंधे पर रखकर नारेबाजी करते हुए अर्थी यात्रा निकाली। परिषद के विभाग संयोजक आयुष तिवारी, महानगर मंत्री हिमांशु कौशिक, शुभम पाठक ने कहा कि इस कांड के कारण छत्तीसगढ़ के किसान एवं आर्थिक तबके से कमजोर परिवार से संबंध रखने वाले प्रतियोगियों की मेहनत पर पानी फिर गया है और उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया है। परिषद ने मांग की है कि घोषित परीक्षा परिणाम की उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषियों पर कठोर से कठोर कार्रवाई की जाए।

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