दुर्ग कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने जिले में 30 जून तक नलकूप खनन पर रोक लगा दी है। उन्होंने जिले को जल अभाव क्षेत्र घोषित करते हुए यह आदेश जारी किया। कलेक्टर ने सभी राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिया है कि यदि कोई नलकूप खनन करता पाया जाए तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने दुर्ग जिले को 30 जून तक जल अभाव क्षेत्र घोषित किया गया है। इस तिथि तक सक्षम अधिकारी की बिना अनुमति के नलकूप खनन नहीं किया जाएगा। शासकीय, अर्ध शासकीय और नगरीय निकायो को इसके लिए अनुमति की आवश्यकता नहीं होगी। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग दुर्ग से मिली जानकारी के मुताबिक इसके लिए जिले में प्राधिकृत अधिकारी की नियुक्ति की गई है। इसके तहत नगर निगम दुर्ग क्षेत्र के लिए एडीएम दुर्ग को प्राधिकृत अधिकारी नियुक्त किया गया है। इसी तरह दुर्ग ग्रामीण क्षेत्र के लिए एसडीएम दुर्ग, भिलाई क्षेत्र के लिए एसडीएम भिलाई, धमधा, पाटन और भिलाई तीन के लिए वहां के एसडीएम को प्राधिकृत अधिकारी बनाया गया है। इन अधिकारियों का ये काम होगा कि वे सही जां करके नलकूप खनन के लिए अनुमति देंगे। बोरवेल खनन अथवा बोरवेल मरम्मत का कार्य पंजीकृत बोरवेल ऐजेंसी द्वारा ही किया जाएगा। यदि कोई इन नियमों को पालन हीं करता तो वो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
अवैध प्लॉटिंग में धड़ल्ले से किए जा रहे बोर
कलेक्टर ने इससे पहले भी जिले में अवैध नलकूप खनन पर रोक लगाई थी। इसके बाद भी लोग धड़ल्ले से बिना अनुमति बोर खनन कर रहे हैं। सबसे अधिक बोर खनन अवैध प्लॉटिंग में हो रहे हैं। लोग अवैध प्लॉटिंग में प्लॉट लेकर बोर खनन करवाते हैं और उसके बाद बाउंड्री करके उसे छोड़ दे रहे हैं। लोगों का कहना है कि कलेक्टर को बोर खनन करने वालों से लिखित में लेना चाहिए और इसके बाद भी यदि उसकी मशीन बोर करते पकड़ी जाती है तो मशीन को जब्त कर बड़े जुर्माने की कार्रवाई करनी चाहिए।
अवैध बोर खनन को लेकर दुर्ग विधायक का हुआ था झगड़ा
आपको बता दें अवैध बोर खनन करने में नेताओं का भी बड़ा हाथ होता है। पिछले महीने ही प्रशिक्षु आईएएस लक्ष्मण तिवारी ने दुर्ग में रिलायंस पेट्रोल पंप के पास अवैध वोर खनन करते गाड़ी को जब्त किया था। जैसे ही ये बात दुर्ग विधायक अरुण वोरा को पता चली वो कार्रवाई को रोकने पहुंच गए। जब एसडीएम दुर्ग लक्ष्मण तिवारी ने कार्रवाई रोकने से मना किया तो विधायक उनसे बहस करने लगे। इसके लिए उन्होंने बड़े अधिकारियों से भी बात की थी।
Add Comment