रेलवे में ग्रुप सी से ग्रुप बी के पदों पर होने वाली पदोन्नति की प्रक्रिया में जल्द ही बड़ा बदलाव होने जा रहा है। वर्तमान में 70% पदों को प्रमोशन और 30% पदों को सीमित विभागीय परीक्षा के जरिए भरा जाता है। अब दोनों पैटर्न को समान किया जाएगा। यानी 50 प्रतिशत प्रमोशन और 50 प्रतिशत विभागीय परीक्षा के जरिए ग्रुप बी के पदों पर पदोन्नति दी जाएगी।
रेलवे बोर्ड ने मौजूदा प्रावधानों की जगह नए प्रावधान तय करने के लिए पांच सदस्यीय कमेटी बनाई है, जिसे एक माह में रिपोर्ट देनी है। रेलवे में ग्रुप सी से ग्रुप बी के पदों पर प्रमोशन के पैटर्न में जल्द ही बड़ा बदलाव होने जा रहा है। वर्तमान में 70% पदों को प्रमोशन यानी डिपार्टमेंटल प्रमोशन कोटा (डीपीक्यू) और 30% पदों को लिमिटेड डिपार्टमेंटल कंपिटेटिव एक्जामिनेशन के जरिए भरा जाता है। अब दोनों माध्यमों को समान यानी 50-50 प्रतिशत किया जाएगा।
यानी 50 प्रतिशत प्रमोशन और 50 प्रतिशत सीमित विभागीय पदोन्नति परीक्षा के जरिए प्रक्रिया पूरी की जाएगी। रेलवे बोर्ड ने नए पैटर्न के नियम तय करने के लिए पांच सदस्यीय कमेटी बनाई है। कमेटी इसके साथ ही ग्रुप बी एपीओ यानी असिस्टेंट पर्सनल ऑफिसर के पदों पर प्रमोशन के लिए लिखित परीक्षा के बाद इंटरव्यू के लिए बुलाए जाने वाले प्रतिभागियों की संख्या मौजूदा 6 गुना से कम करने की भी समीक्षा करेगी। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के चीफ पर्सनल ऑफिसर एडमिनिस्ट्रेशन राजेंद्र कुमार अग्रवाल को कमेटी का चेयरमैन नियुक्त किया गया है।
उत्तर रेलवे के डिप्टी सीपीओ निखिल डोंगरे, दक्षिण रेलवे की डिप्टी सीपीओ शिखा लाल, पूर्व रेलवे के डिप्टी सेक्रेटरी प्रोजन चक्रवर्ती और उत्तर पश्चिम रेलवे के डिप्टी सीपीओ सुनील चौधरी कमेटी के सदस्य बनाए गए हैं। कमेटी की स्थापना की तारीख से एक माह के भीतर रिपोर्ट देनी होगी।
ग्रुप बी की वैकेंसी की नए सिरे से होगी समीक्षा
देशभर के अलग- अलग जोन में ग्रुप बी के रिक्त पदों की नए सिरे से समीक्षा की जाएगी। इसके बाद नए पैटर्न से प्रमोशन की प्रक्रिया पूरी कर अधिकारियों की रीजन वाइज पोस्टिंग की जाएगी। यानी अधिकारी जहां चाहेंगे, पोस्टिंग मिल जाएगी। कमेटी को इसकी समीक्षा करने को कहा गया है। प्रमोशन के लिए सिर्फ एक परीक्षा ली जाएगी।
दो की जगह हर साल किए जाएंगे प्रमोशन
वर्तमान में ग्रुप सी से ग्रुप बी के पदों पर हर दो साल में पदोन्नति की प्रक्रिया पूरी की जाती है। रेलवे बोर्ड ने अब हर साल प्रमोशन देने पर विचार कर रिपोर्ट देने को कहा है। एपीओ के पदों पर प्रमोशन के लिए होने वाली विभागीय चयन परीक्षा के सिलेबस से स्टैबलिशमेंट और फाइनेंशियल रूल्स का टॉपिक हटाया जाएगा।
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