पहली बार ऐसा हुआ है कि जब चीन (China) लगातार अपनी एक परमाणु बैलिस्टिक मिसाइलों से लैस पनडुब्बी को समुद्र में तैनात रख रहा है. इसकी वजह से अमेरिका (USA) और उसके मित्र देशों (Allied Countries) पर दबाव बन रहा है. ये जानकारी भी अमेरिकी रक्षा मंत्रालय यानी पेंटागन ने एक रिपोर्ट में दी है.
अब अमेरिका और उसके मित्र देशों पर ये दबाव बन रहा है कि वो किसी तरह से चीन की बढ़ती मिलिट्री ताकत को रोके. या कम करें. क्योंकि अब चीन अपने किसी भी तट से किसी भी अमेरिकी शहर को निशाना बना सकता है. क्योंकि उसने दक्षिण चीन सागर के हैनान द्वीप के पास जिन क्लास (Jin Class) की पनडुब्बी तैनात कर रखी हैं.
यूएस स्ट्रैटेजिक कमांड के प्रमुख जनरल एंथनी कॉटन ने बताया कि चीन के पास जिन क्लास की छह पनडुब्बियां हैं. ये पनडुब्बियां अंतरमहाद्वीपीय परमाणु बैलिस्टिक मिसाइलों से लैस हैं. इन मिसाइलों का नाम है- JL-3. जैसे अमेरिका के पास हवाई द्वीप है. वैसे ही चीन के पास हैनान द्वीप है. दोनों देश यहीं से अपने मुख्य मिलिट्री ऑपरेशंस चलाते हैं.
क्यों है अमेरिका को चीन से खतरा?
हैनान द्वीप पर ही पीपुल्स लिबरेशन आर्मी- नेवी (PLAN) की पनडुब्बियां तैनात रहती हैं. JL-3 मिसाइलों की रेंज 10 से 12 हजार किलोमीटर है. ये सबमरीन से लॉन्च की जाने वाली इंटरकॉन्टीनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल है. जिसमें कई तरह के वॉरहेड्स लगाए जा सकते हैं. यानी इसमें एक से ज्यादा पारंपरिक या परमाणु हथियार लगाए जा सकते हैं. ऐसी मिसाइलों को MIRV मिसाइल कहते हैं.
ऐसे पूरी दुनिया को हैरान किया चीन ने
पहले कुछ रिपोर्ट्स आईं थीं, जिनमें कहा गया था कि JL-3 मिसाइलों को टाइप-096 पनडुब्बियों में लगाया जाएगा. ये पनडुब्बियां अभी बन रही हैं. लेकिन उससे पहले ही चीन ने इन घातक मिसाइलों को जिन क्लास पनडुब्बियों में तैनात करके पूरी दुनिया को हैरान कर दिया है. पेंटागन ने ये बातें अपनी 174 पेज की रिपोर्ट में बताई हैं. जिसमें कहा गया है कि चीन अपनी मिलिट्री ताकत को तेजी से बढ़ा रहा है. चीन और रूस मिलकर एशिया में अशांति फैला सकते हैं.
अमेरिका को डर, चीन कर लेगा ये काम
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय को डर है कि चीन साल 2030 तक आठ परमाणु बैलिस्टिक मिसाइलों से लैस पनडुब्बियां तैनात करने की स्थिति में आ जाएगा. इसके साथ ही टाइप-094 और टाइप-096 पनडुब्बियां भी साथ में तैनात की जाएंगी. टाइप-094 पनडुब्बियां एक साथ 16 JL-3 मिसाइलें रख सकता है. टाइप-096 में 24 मिसाइलें लैस की जा सकती हैं. अमेरिका को ये भी डर है कि चीन अब दक्षिण चीन सागर में अपनी परमाणु पनडुब्बियों को लगातार तैनात रखेगा.
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