छत्तीसगढ़ के बस्तर में बेरोजगार युवाओं से 21 लाख रुपए की ठगी हुई है। युवाओं की फर्जी तरीके से कम्प्यूटर ऑपरेटर और प्यून के पद लर नौकरी लगवाई गई। 6 महीने काम भी करवाया। लेकिन सैलरी नहीं दी गई। अब कोंडागांव के एक युवक की शिकायत के बाद बस्तर पुलिस ने लेबर यूनियन मजदूर कल्याण संघ के अध्यक्ष समेत 9 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है। मामला जगदलपुर सिटी कोतवाली क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, कोंडागांव के बड़ेडोंगर के रहने वाले युवक रोहित कुमार साहू ने पुलिस को बताया कि, मार्च 2022 में उसे पता चला था कि लेबर यूनियन मजदूर कल्याण संघ के अध्यक्ष नारायण बघेल कंप्यूटर ऑपरेटर और प्यून के पद पर नौकरी लगवा रहे हैं। इसकी जानकारी मिलते ही उनके जगदलपुर कार्यालय गया। जहां नारायण बघेल ने उसे कंप्यूटर ऑपरेटर के लिए 1 लाख 50 हजार रुपए देने की बात कही। किसी तरह पैसों का बंदोबस्त कर कर उन्हें नगद दे दिए।
30 लोगों ने दिए 21 लाख रुपए
जिसके बाद इसकी जानकारी अपने अन्य साथी तुलसी राम ठाकुर, वेद प्रकाश मेरिहा, छविश्याम, रमेश कुमार नाग, रोहित ठाकुर, अनिता बघेल समेत कुल 30 लोगों को दी। इन्होंने भी अलग-अलग तारीखों में किसी ने 1 लाख 50 हजार तो किसी ने 50 से 70 हजार रुपए नगद दिए। सभी ने नौकरी के लिए कुल 21 लाख रुपए दिए। नारायण बघेल ने सभी से कंप्यूटर ऑपरेटर के लिए 12 हजार और प्यून के लिए 10 हजार रुपए सैलरी देने की बात कही गई।
6 से 8 महीने तक करवाई नौकरी
फिर अलग-अलग ब्लॉक में कार्यालय खोलकर नौकरी पर रखा गया। करीब 6 से 8 महीने तक सभी से काम करवाया। लेकिन, किसी को भी सैलरी नहीं दी गई। जिसके बाद सभी को एहसास हुआ कि उनके साथ धोखाधड़ी हुई है। रोहित ने बताया कि, लेबर यूनियन में अनिता ठाकुर नाम की युवती कार्यरत थी। जिससे उसकी पहले से ही जान पहचान थी। इसी के माध्यम से उसकी नारायण बघेल से पहचान हुई थी। नारायण बघेल ने उससे सोनारपाल के कार्यालय में नौकरी करवाया था।
9 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज
इधर, रोहित की शिकायत के बाद पुलिस ने नारायण बघेल, सुनील चिट्टे, वीणा पांडेय, जोगेंद्र ठाकुर, धर्मेंद्र पांडेय, महेंद्र ठाकुर, पूरण ठाकुर, चुम्मन ठाकुर, प्रेमनाथ के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। बताया जा रहा है कि, सभी लेबर यूनियन मजदूर कल्याण संघ के सदस्य हैं। सभी बस्तर जिले के ही रहने वाले हैं। इधर, पुलिस मामले की जांच भी कर रही है।
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