रायपुर। विधानसभा के बजट सत्र के तीसरे दिन आज विभागीय मंत्री के सदन में मौजूद रहने के बावजूद अन्य मंत्री द्वारा सदन में जवाब देने पर विपक्ष ने आपत्ति जताई है। भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने इस मामले में विधानसभा उपाध्यक्ष संतराम नेताम से व्यवस्था देने की मांग की।
प्रश्नकाल के दौरान डॉ. रेणु जोगी ने उद्योग मंत्री कवासी लखमा से गौरेला पेंड्रा मरवाही व बलौदाबाजार भाठापारा जिले में उद्योगों को दिए गए स्थायी पूंजी निवेश अनुदान के संबंध में सवाल किया।
इसका जवाब देने के लिए वन मंत्री मोहम्मद अकबर उठे। इस दौरान मंत्री अकबर के ही बगल में अपने स्थान पर उद्योग मंत्री लखमा भी बैठे थे। इस पर बृजमोहन अग्रवाल और अजय चंद्राकर ने आपत्ति दर्ज की।
उन्होंने कहा कि सदन में मंत्री की मौजूदगी में कोई अन्य मंत्री जवाब नहीं दे सकते। संसदीय कार्यप्रणाली में मंत्री की गैर मौजूदगी में जवाब देने का नियम है। विधायकों ने आसंदी से पूछा कि क्या उनके पास विभागीय मंत्री की मौजूदगी में दूसरे मंत्री द्वारा जवाब देने की कोई सूचना है? इस पर विधानसभा उपाध्यक्ष ने कहा कि यह सामूहिक जिम्मेदारी है। विपक्ष के नेताओं ने सत्ता पक्ष के इस व्यवहार पर नाराजगी जताई।
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