पूर्वोत्तर के तीन राज्य त्रिपुरा, नगालैंड और मेघालय के एग्जिट पोल सामने आ गए हैं. Axis My India और आजतक के एग्जिट पोल में त्रिपुरा और नगालैंड में बीजेपी के लिए गुड न्यूज है तो वहीं मेघालय में इस बार त्रिशंकु विधानसभा बनती दिख रही है. किसी भी पार्टी के पास स्पष्ट बहुमत नजर नहीं आ रहा है.
त्रिपुरा चुनाव
त्रिपुरा चुनाव की बात करें तो यहां पर बीजेपी गठबंधन को बंपर जीत मिलती दिख रही है. लेफ्ट-कांग्रेस का एक तरीके से सफाया ही हो रहा है. एग्जिट पोल के मुताबिक बीजेपी के खाते में 36 से 45 सीटें जा सकती हैं. लेफ्ट-कांग्रेस का गठबंधन सरकार बनाने से चूक रहा है. उसके खाते में 9 से 11 सीटें आ सकती हैं. वो सरकार बनाने से काफी दूर दिखाई दे रहा है. त्रिपुरा चुनाव में टीएमपी लेफ्ट से भी बेहतर प्रदर्शन करती दिख रही है. एग्जिट पोल के मुताबिक इस चुनाव में टीएमपी को 9 से 16 सीटें मिल सकती हैं. चुनाव में बीजेपी को 45 प्रतिशत वोट मिल सकते हैं, वहीं लेफ्ट-कांग्रेस के गठबंधन का 32 प्रतिशत वोट शेयर रह सकता है. टीएमपी की बात करें तो उसका वोट शेयर 20 फीसदी रह सकता है.
बीजेपी को हर जाति में भी अच्छा खासा वोट मिलता दिख रहा है. अगर एग्जिट पोल के नतीजे ही सटीक साबित होते हैं तो ये मानना पड़ेगा कि त्रिपुरा में बीजेपी ने समाज के हर वर्ग में अपनी सेंधमारी की है. पार्टी को एसटी का 30 प्रतिशत, एससी का 57 प्रतिशत, ओबीसी का 60 फीसदी और सामान्य का 61 फीसदी वोट मिल रहा है. लेफ्ट-कांग्रेस की बात करें तो उसे एसटी का 18 फीसदी, एससी का 36 फीसदी, ओबीसी का 35 प्रतिशत और सामान्य वर्ग का 34 फीसदी वोट मिल सकता है. टीएमपी को एसटी का 51 फीसदी, एससी का 3 फीसदी, ओबीसी का 2 प्रतिशत और सामान्य का 2 प्रतिशट वोट मिल सकता है.
नगालैंड चुनाव
अब नगालैंड की बात करें तो यहां पर भी बीजेपी के लिए गुड न्यूज है. बीजेपी-एनपीपी के गठबंधन को स्पष्ट बहुमत मिलता दिख रहा है. गठबंधन को 38 से 48 सीटें मिल सकती हैं, कांग्रेस को 1 से 2, एनपीएफ को 3 से 8. नगालैंड में मुख्यमंत्री नेफ्यू रिओ की लोकप्रियता भी बरकरार है. एग्जिट पोल के नतीजे बताते हैं कि 25 फीसदी लोगों की पहली पसंद वर्तमान सीएम नेफ्यू रिओ हैं. दूसरे दल के किसी सीएम चेहरे को 10 फीसदी वोट भी मिलते नहीं दिख रहे हैं.
मेघालय चुनाव
त्रिपुरा और नगालैंड में तो स्थिति स्पष्ट दिखाई पड़ रही है, लेकिन मेघालय में त्रिशंकु विधानसभा हो सकती है. ये इकलौता ऐसा राज्य है जहां पर किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिल रहा है. मेघालय में एनपीपी के खाते में 18 से 24, बीजेपी की 4 से 8, कांग्रेस 6 से 12 सीटें रह सकती हैं. यानी कि किसी को भी बहुमत नहीं मिल रहा है. बड़ी बात ये रही कि पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी. उसके खाते में 21 सीटें गई थी.
Add Comment