
रायपुर। संविलियन के नाम पर एक बार फिर से छलावा किए जाने का आरोप लगाते हुए शिक्षाकर्मी आंदोलन की तैयारी में है। इस आंदोलन में शिक्षाकर्मी वर्ग-3 के ऐसे हजारों सदस्य शामिल होंगे, जो कि संविलियन की पात्रता से बाहर हैं। इसके अलावा शिक्षाकर्मी मुख्यमंत्री व मंत्रियों के निवास के घेराव की तैयारी में भी हैं।
सूत्रों की माने तो संविलियन को लेकर पात्रता के जो मापदंड तय किया गया है, उसमें हजारों-लाखों शिक्षाकर्मी अपात्र हो गए हैं। केवल गिनती के शिक्षाकर्मी ही इस पात्रता में आ रहे हैं। प्रदेश में करीब 1 लाख 80 हजार शिक्षाकर्मी हैं, जिनमें से 1 लाख से ज्यादा शिक्षाकर्मी संविलियन के लिए अपात्र हो गए हैं। यह बात शिक्षाकर्मियों को नागवार गुजर रही है।
शिक्षाकर्मियों का आरोप है कि जब संविलियन करना ही है तो सभी शिक्षाकर्मियों का संविलियन किया जाए। इधर अपात्र हो चुके शिक्षाकर्मियों ने एक बार फिर से आंदोलन का मन बना लिया है। बताया जाता है कि 28 जुलाई को शिक्षाकर्मी मुख्यमंत्री के विधानसभा इलाका राजनांदगांव में आक्रोश रैली निकालने की तैयारी में है। इसी तरह 3 अगस्त को पंचायत मंत्री के कुरूद आवास, 6 अगस्त को बस्तर में शिक्षा मंत्री केदार कश्यप के घर का घेराव का फैसला मोर्चा ने लिया है। वहीं 9 अगस्त को प्रदेशव्यापी अगस्त क्रंति रायपुर में करने का निर्णय लिया गया है, जिसमें लाखों की संख्या में प्रदेश भर के शिक्षाकर्मी एक बार फिर से सडक़ पर उतरकर सरकार के खिलाफ विरोध का स्वर बुलंद करेंगे।