नव निर्मित नगर पालिक निगम रिसाली में ठेकेदारों ने अपना एक सिंडिकेट बना लिया है। निगम में जो भी काम आता है इन्हीं के द्वारा आपस में मिल बांटकर अधिक रेट पर लिया जा रहा है। सिंडिकेट से बाहर का कोई भी ठेकेदार अगर टेंडर फॉर्म लेने पहुंचता है तो ये ठेकेदार उसे टेंडर फॉर्म नहीं लेने देते हैं। इसी तरह के एक मामले को लेकर एक ठेकेदार ने नेवई थाने में लिखित शिकायत की है।
मेसर्स भागीरथी कंस्ट्रक्शन के प्रोपराइटर बी शरद कुमार ने नेवई थाने में रिसाली निगम के ठेकेदार संघ के अध्यक्ष के खिलाफ लिखित शिकायत की है। उसने थाने में दी शिकायत में आरोप लगाया है कि उसे रिसाली निगम की निविदा में भाग न लेने के लिए डरा धमका कर रोका गया है। उसने बताया कि नगर पालिक रिसाली में चार दिन पहले लगभग 47 अलग-अलग कार्यों के लिए निविदा जारी की गई थी। उस निविदा में टेंडर डालने की अंतिम तिथि 13 फरवरी 2023 थी। वह खुद रिसाली निगम टेंडर फॉर्म लेने पहुंचा था। जैसे ही वो रिसाली निगम पहुंचा ठेकेदार संघ के अध्यक्ष ने अपने ठेकेदार साथियों के साथ उसे गेट पर ही रोक दिया। उन लोगों ने उसे टेंडर फॉर्म लेने के लिए अंदर नहीं जाने दिया। इससे वो निविदा में भाग नहीं ले सका।
फॉर्म लेने पर दी जान से मारने की धमकी
बी शरद कुमार का आरोप है कि उसने टेंडर में भाग लेने की जिद की तो सिंडिकेट बनाकर वहां मौजूद ठेकेदार ने उसे डराया धमकाया। जान से मारने की धमकी भी दी। उन्होंने उसे वहां से भगा दिया और निगम के अंदर नहीं जाने दिया। ठेकेदार ने पुलिस से लगाई सुरक्षा की गुहार बी शदर कुमार ने पुलिस को बताया कि घटना के बाद से वो काफी डरा हुआ है और मानिसक रूप से परेशान है। उसने पुलिस से सुरक्षा मुहैया कराने की गुहार लगाई है। साथ कहा है कि निगम प्रशासन फिर से निविदा को जारी करे, और उसे उसमें भाग लने दिया जाए।
परिसर से बाहर के मामलों के लिए निगम जिम्मेदार नहीं
इस बारे में रिसाली नगर निगम के आयुक्त आशीष दीवान का कहना है कि निगम परिसर के अंदर ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है। सभी ठेकेदारों को टेंडर फॉर्म दिए गए हैं। यदि किसी को निगम परिसर के बाहर इस तरह से रोका गया है या डराया धमकाया गया है तो उसे लिए निगम जिम्मेदार नहीं है। आयुक्त ने यहां तक कहा कि उन्हें इस बारे में न तो कोई जानकारी है न ही कोई शिकायत मिली है। यदि थाने में शिकायत की गई है पुलिस इसकी जांच करेगी।
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