उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में डेढ़ सप्ताह पहले एक ही परिवार के 8 लोगों की त्वचा का रंग काला पड़ गया था. परिवार की एक किशोरी की मौत हो गई थी. इसके बाद पूरे परिवार को मेडिकल कॉलेज भर्ती कराया गया था. इस परिवार के एक सदस्य के हाथ पैरों की उंगलियां टेढ़ी हो गई थीं और मांसपेशियां कमजोर पड़ गई थीं. डॉक्टरों का कहना है कि पूरे परिवार को स्केबीज नाम की बीमारी थी, जिसे आम भाषा में खुजली भी बोलते हैं. परिवार का एक सदस्य अभी मेडिकल कॉलेज में भर्ती है.
पुवायां तहसील के बड़ागांव के रहने वाले सियाराम के पुत्र श्रीपाल की स्किन का रंग 6 माह पहले अचानक काला पड़ने लगा. उन्हें आंखों में खिंचाव और शरीर पर फफोले की समस्या होने लगी. धीरे-धीरे यह बीमारी श्रीपाल के पिता, मां, भाई और बहन सहित परिवार के 8 सदस्यों को हो गई. 16 जनवरी को श्रीपाल की बहन शिवानी की मौत हो गई. इसके बाद भाई अवधेश की हालत भी गंभीर हो गई.
सियाराम का परिवार चाट का ठेला लगाकर और मेहनत मजदूरी कर गुजारा कर रहा था. श्रीपाल का कहना है कि पहले बाराबंकी में इलाज करवाया था, जहां डॉक्टरों ने चर्म रोग बताया. इसके बाद धीरे-धीरे सभी के शरीर में फफोले हो गए. उसी दौरान एक बहन की मौत हो गई. जब से मेडिकल कॉलेज में इलाज शुरू हुआ, तब से शरीर का रंग धीरे-धीरे बदल रहा है. दवाइयां चल रही हैं.
क्या बोले मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य?
श्रीपाल ने कहा कि अभी हमारा भाई अवधेश ठीक नहीं है. उसके हाथ पांव की उंगलियां मुड़ी हुई हैं और मांसपेशियां कमजोर हैं. मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य राजेश कुमार का कहना है कि इस परिवार को स्केबीज नाम की बीमारी थी, जिसे आम भाषा में खुजली भी बोलते हैं. इसमें त्वचा का रंग काला पड़ गया था. उनको दवाइयां दी गईं, जिसके बाद अब वह ठीक हो गए, लेकिन परिवार का एक सदस्य अवधेश जिसकी उंगलियां टेढ़ी हो गईं, उसकी जांच चल रही है.
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