रायपुर। भारतीय संविधान के महान शिल्पी बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर की जयंती पर इस महीने की 14 तारीख से छत्तीसगढ़ की 10 हजार 971 ग्राम पंचायतों के लगभग 20 हजार गांवों में ग्राम सभाओं का आयोजन किया जाएगा। राज्य सरकार के पंचायत संचालनालय ने यह घोषणा की है। नया रायपुर स्थित इंद्रावती भवन से पंचायत संचालनालय ने इस सिलसिले में प्रदेश के सभी 27 जिला कलेक्टरों को मंगलवार को परिपत्र जारी कर दिया है। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने प्रदेश के सभी ग्रामीणों से ग्रामसभाओं की बैठकों में शामिल होने की अपील की है। पंचायत संचालनालय के अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि संचालनालय द्वारा जिला कलेक्टरों को जारी परिपत्र में 14 अप्रैल से ग्राम सभाओं के आयोजन के लिए बिन्दुवार दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
परिपत्र के अनुसार ग्रामसभा का सम्मिलन ग्राम पंचायत के प्रत्येक गांव में आयोजित किया जाए। अगर किसी ग्राम पंचायत में एक से ज्यादा गांव हो तो ऐसी स्थिति में अलग-अलग गांवों के लिए अलग-अलग तारीखों में ग्रामसभा आयोजित की जाए। परिपत्र में यह भी कहा गया है कि ग्रामसभाओं की बैठकों के लिए प्रत्येक जनपद पंचायत के स्तर पर एक समय सारिणी तैयार कर ली जाए, जिसके अनुसार किसी एक तिथि में किसी एक ग्राम पंचायत के एक ही गांव में ग्रामसभा की बैठक हो सकेगी। इससे सरपंच और ग्राम पंचायत के सचिव, उस ग्राम सभा की बैठक में आसानी से उपलब्ध रह सके।
परिपत्र में जिला कलेक्टरों से कहा गया है कि ग्राम सभा आयोजन के लिए स्थानीय आवश्यकता के अनुरूप अधिकारियों एवं कर्मचारियों को विशेष जिम्मेदारी दी जाए। परिपत्र में 14 अप्रैल की ग्रामसभाओं के लिए विचारणीय विषयों की कार्य-सूची भी जारी कर दी गई है। परिपत्र में कहा गया है कि रामनवमीं से अक्षय तृृतीया तक वैवाहिक कार्यक्रमों की परम्परा को देखते हुए 14 अप्रैल की ग्रामसभाओं की बैठकों में बाल विवाह की रोकथाम के लिए विशेष रूप से विचार विमर्श किया जाएगा और ग्रामीणों को बाल विवाह के गंभीर दुष्परिणामों की जानकारी दी जाएगी।
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