चुनावी मौसम में शनिवार 12 नवंबर को हिमाचल प्रदेश में वोटिंग पूरी हो गई। राज्य की नई सरकार के लिए पहाड़ी राज्य के लोगों ने जमकर मतदान किया। सुबह 8 बजे शुरु हुआ मतदान शाम 5:30 बजे तक चला। इस दौरान मतदाताओं के साथ-साथ मतदान अधिकारियों का उत्साह भी जमकर देखने को मिला। अनुकूल परिस्थितियां ना होने के बावजूद, मतदान अधिकारी पोलिंग स्टेशन तक पहुंचे और मतदान संपन्न करवाया।
ऐसा ही एक उदाहरण चंबा जिले के भरमौर विधानसभा क्षेत्र के चासक बटोरी मतदान केंद्र से सामने आया। जहां मतदान अधिकारियों ने 93 रजिस्टर्ड मतदाताओं के वोट लेने के लिए बर्फ मोटी परत को भी पार किया और मतदाताओं के मत बैलेट बॉक्स में बंद किए।
समाचार एजेंसी ANI के अनुसार, मतदान केंद्र 12,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित था और अधिकारी 15 किलोमीटर की यात्रा के बाद 6 घंटे में बूथ पर पहुंचे। समाचार एजेंसी ने इसका एक वीडियो भी शेयर किया है। इस वीडियो में, 3 अधिकारी बैलेट बॉक्स और अन्य जरूरी कागजों के साथ मोटी बर्फ की चादर को पार करते हुए दिखाई दे रहे हैं।
कड़ी मेहनत रंग लाई
भरमौर निर्वाचन क्षेत्र में मतदान अधिकारियों के समर्पण के रूप में 75.26 प्रतिशत मतदान हुआ। क्योंकि, इस बूथ पर 93 में से 70 रजिस्टर्ड मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। भारत निर्वाचन आयोग (ECI) के अनुसार, राज्य भर में स्थापित 7,881 बूथों पर शाम 5 बजे तक कुल मतदान 66 प्रतिशत था। मतदान समाप्त होने के बाद EVM और VVPAT को सील कर दिया गया। बता दें कि मतों की गिनती 8 दिसंबर को होगी।
हिमाचल प्रदेश चुनाव 2022
नई सरकार का चुनाव करने के लिए 68 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान हुए। चुनाव आयोग ने बताया कि 55,92,828 मतदाता मतदान के लिए पात्र थे, जिनमें से 27,37,845 महिलाएं, 28,54,945 पुरुष और 38 तीसरे जेंडर के थे। 12 जिलों में से, कांगड़ा में सबसे अधिक (1,625) बूथ थे, जबकि लाहौल-स्पीति जिले में सबसे कम 92 थे। धर्मशाला के सिद्धबारी, बैजनाथ के बारा भंगल और कसौली के ढिल्लों में भी तीन सहायक बूथ बनाए गए थे।
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