नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में प्रदूषण बढ़ने की वजह से जहां एक ओर हवा जहरीली होती जा रही है, वहीं दिवाली-छठ पर्व के खत्म होने के बाद भी बिहार से लेकर यूपी में ठंड में बहुत अधिक इजाफा देखने को नहीं मिल रहा है. उत्तर भारत में बारिश का दौर थम गया है, मगर दक्षिण भारत के राज्यों में अब भी बारिश का सिलसिला जारी है. तमिलनाडु में जोरदार बारिश देखने को मिल रही है और अगले पांच दिनों तक मौसम विभाग ने दक्षिण भारत के कई राज्यों में भारी बारिश की संभावना व्यक्त की है, जबकि पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी के भी संकेत हैं.
मौसम विभाग की मानें तो तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल और केरल में अगले पांच दिनों तक जोरदार बारिश होगी. वहीं, मौसम संबंधी जानकारी देने वाली वेबसाइट स्काईमेट के मुताबिक, आज यानी बुधवार को आंध्र प्रदेश, केरल, कर्नाटक, लद्दाख, जम्मू और कश्मीर में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. साथ ही हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और कश्मीर में बर्फबारी की भी संभावना व्यक्त की गई है.
उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में हल्की बारिश की भी संभावना है. एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उससे सटे श्रीलंका तट पर बना हुआ है. एक ट्रफ रेखा ऊपर चक्रवाती परिसंचरण से तमिलनाडु और केरल होते हुए दक्षिण-पूर्व अरब सागर तक फैली हुई है. यही वजह है कि दक्षिण भारत के कई इलाकों में बारिश का दौर जारी है.
मौसम विभाग की मानें तो दिल्ली और एनसीआर में वायु गुणवत्ता सूचकांक बहुत खराब से गंभीर श्रेणी में रह सकता है. अपेक्षाकृत धीमी हवाएं चलने और पंजाब में पराली जलाए जाने के मामले बढ़ने के बीच वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में आ जाने के कारण दिल्ली में मंगलवार को धुंध और धुएं की परत छाई रही. दिल्ली में 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 424 दर्ज किया गया. दिल्ली की हवा अभी और जहरीली होने का अनुमान है, क्योंकि दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति के एक विश्लेषण के अनुसार, जब एक नवंबर से 15 नवंबर के बीच पराली जलाए जाने की घटनाएं चरम पर होती हैं, तब राजधानी में लोग सबसे खराब हवा में सांस लेते हैं.
इस बीच भारत में लोगों को सर्दियों के लिए थोड़ा और इंतजार करना पड़ सकता है क्योंकि मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मंगलवार को पूर्वानुमान व्यक्त किया कि नवंबर में देश के अधिकांश हिस्सों में रात का तापमान सामान्य से ज्यादा रहेगा. आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि देश के अधिकांश इलाकों में नवंबर के दौरान न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की उम्मीद है.
महापात्र ने इस महीने शीतलहर की संभावना को एक तरह से खारिज करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर के बड़े हिस्से, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड में दिन के तापमान के सामान्य से अधिक रहने की संभावना है. उन्होंने कहा, ‘इस क्षेत्र में बादल छाए रह सकते हैं क्योंकि न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है. इसका मतलब यह है कि नवंबर के दौरान शीत लहर की स्थिति होने की संभावना कम है.’ उत्तर भारत में, सर्दियों का असर नवंबर के मध्य से महसूस होना शुरू होता है, जब न्यूनतम तापमान धीरे-धीरे गिरकर 15 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला जाता है और रातें सर्द हो जाती हैं
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