बिलासपुर से रेंगालपाली तक 160 किलोमीटर की सड़क को हैदराबाद की कंपनी ने 298.80 करोड़ रुपए की लागत से बनाई है। इसके बाद अब रायगढ़ से लगे दर्रामुड़ा के आगे टोल नाका को शुरू करने की तैयारियां तेज कर दी गई हैं। इसी माह से टोल को तैयार करके अगले माह नवंबर से ही इसे शुरू करने की योजना है। ऐसे में इस रास्ते से आवाजाही करने वालों के जेब पर अगले महीने से ही इसका असर नजर आने लगेगा।
दर्रामुड़ा के आगे अभी टोल नाके को अंतिम रूप दिए जाने के साथ वहां पर कम्प्यूटर ऑनलाइन सिस्टम को सेट किया जा रहा है। हालांकि, इस टोल नाके को एनएचएआई (नेशनल हाइवे एथॉरिटी ऑफ इंडिया) चलाएगी, लेकिन अभी रोड कंस्ट्रक्शन करने वाली कंपनी ही इस टोल नाके को तैयार कर रही है। फिलहाल इस रोड में कितना ट्रैफिक है, उसका आंकलन करने के बाद ही टोल लिया जाएगा। सितंबर के अंतिम सप्ताह तक तैयार कर लेने की बात कही जा रही है।
नवंबर में इसे शुरुआत में एनएचएआई खुद ही चलाएगी। फिर से टेंडर प्रोसेस करने के बाद ही उसे ठेके में दिया जाएगा, जिसके बाद प्राइवेट एजेंसी टोल वसूलेगी। यह सड़क इसी साल पूरी तरह बन करके तैयार हुई है, 2017 में इस सड़क का बनना शुरू हुआ था। ढाई साल देरी से यह सड़क बनकर तैयार हुई। टोल गेट में टॉयलेट के साथ कुछ देर रुकने के लिए भी कैंपस में पर्याप्त जगह बनाई गई है।
कितने साल में निकलेगी लागत इस आधार पर तय होंगे टैक्स
नेशनल हाइवे की सड़क और टोल कंस्ट्रक्शन करने वाली एजेंसी के डायरेक्टर बजरंग अग्रवाल ने बताया कि इस सड़क की कुल लागत 298.80 करोड़ रुपए है। इस सड़क का मेंटेनेंस भी नेशनल हाइवे को करना है। इस सड़क में हर रोज कितनी गाड़ियों का ट्रैफिक है। इसका औसत निकाले जाने के बाद एक-एक गाड़ी से कितना टोल लेने पर कितने साल तक इसे वसूला जाना है, किस दर से लिया जाना है, इस सर्वे के बाद एनएचएआई दर तय करेगा। हम एनएचएआई को टोल बनाने के बाद उसे सौंप देंगे, उनसे जुड़े कर्मचारी ही उसे चलाएंगे।
ऐसा होगा नाका : चार पहिया वाहनों के लिए 8 गेट होंगे
नाके में 8 गेट होंगे, इसके अलावा एक गेट टू व्हीलर वाहनों के लिए होगा, जिसमें किसी तरह का कोई चार्ज नहीं लगेगा। बाकी फोर व्हीलर और बड़ी गाड़ियों से ही टोल टैक्स ही लिया जाएगा। रायगढ़-बिलासपुर के बीच अकलतरा में टोल गेट है, जिसमें फोर व्हीलर से एक तरफ का 75 रुपए व दोनों तरफ में वापसी का 35 रुपए लगता है। ट्रक और ट्रेलर का 300 रुपए व खाली गाड़ी का 150 रुपए लगता है। रायगढ़ से झारसुगड़ा जाने वाले रोड पर गोविंदपुर टोल नाके में वन वे में 50 रुपए, 24 घंटे में दोनों तरफ आने-जाने में 35 रुपए अतिरिक्त लगता है।
देखेंगे टोल नाके से होकर कितनी गाड़ियां जा रही
टोल निर्माण करने वाली एजेंसी से जुड़े लोगों का कहना है कि अभी पहले ट्रॉयल किया जाएगा कि इस टोल से होकर रोजाना कितनी गाड़ियां गुजरती हैं। उसे देखे जाने के बाद ही टोल टैक्स निर्धारण की प्रक्रिया शुरू होगी। हालांकि, ट्रॉयल में गाड़ियों से पैसा नहीं लिया जाएगा। ट्रॉयल 15 दिनों का होता है, लेकिन अभी जो एजेंसी इस काम को देखेगी, उनका कहना है कि इसका काम 5-7 दिनों के भीतर में हो जाएगा।
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