आइजी-कलेक्टर कांफ्रंेस में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सख्त निर्देश के बाद रायपुर पुलिस ने मंगलवार को सूखे नशे पर बड़ी कार्रवाई की है। करीब दो लाख नशीली टेबलेट के साथ तस्करी में लिप्त दवा दुकानदार, एमआर (दवा प्रतिनिधि) समेत छह लोग को गिरफ्तार किया है। जब्त टेबलेट की कीमत वैसे तो 12 लाख रुपये है, लेकिन तस्कर इसे एक करोड़ रुपये खुदरा दर पर बेचते थे।
एसएसपी प्रशांत अग्रवाल, एएसपी सिटी व क्राइम अभिषेक माहेश्वरी, एएसपी पश्चिम देवचरण पटेल ने देर शाम पुलिस कंट्रोल रूम में मामले का राजफाश्ा किया। एसएसपी ने बताया कि आजाद चौक इलाके के मुकुटनगर के पास 120 नग अल्प्राजोलम और 144 नग स्पास्मों प्रतिबंधित नशीली टेबलेट बेचते आजाद चौक के कियाजुद्दीन खान उर्फ विक्की(28) और शीतलानगर, डीडीनगर के जे. भास्कर राव (28) को रंगे हाथ पकड़ा गया। पूछताछ में दोनों ने सुपर स्वीट्स के पीछे, पुरानी बस्ती निवासी दवा दुकानदार रविंद्र गोयल (46) की कार में टेबलेट का जखीरा रखकर बेचना बताया।
इसके बाद पुलिस टीम ने आइ-20 कार सवार रविंद्र को पकड़ा। तलाशी लेने पर कार में एक कार्टून स्पास्मों (14,440 नग) टेबलेट मिली। रविंद्र से पूछने पर उसने ग्राम करसर (पाटन) दुर्ग निवासी मुकेश साहू (46) टेबलेट खरीदकर खपाने की जानकारी दी। इसके बाद पुलिस टीम ने मुकेश को उसके घर से दबोचा। वहां से दो कार्टून में 28 हजार 880 नग स्पास्मों टेबलेट बरामद की गई।
पिता-पुत्र निकले सप्लायर
मुकेश ने पंडरी के शिव कांप्लेक्स, मोवा निवासी मोहम्मद हसन (58) और उसके बेटे साहिल हसन (18) से टेबलेट खरीदकर रविंद्र गोयल को उपलब्ध कराना बताया। टीम ने पिता-पुत्र को गिरफ्तार कर उनके पास से आठ कार्टून में भरा स्पास्मों (1,13,994 नग) और एक कार्टून में अल्प्राजोलम (41,600 नग) इस तरह 1,57,400 नग स्पास्मों और 41,720 नग अल्प्राजोलम कुल दो लाख नग टेबलेट जब्त किया। पूछताछ में पिता-पुत्र ने आसपास के राज्यों से नशीली टेबलेट खरीदकर रायपुर समेत अन्य शहरों में खपाना कबूला है। इस काले कारोबार से जुड़े एक दर्जन से अधिक लोगों के नाम भी सामने आए हैं। पुलिस उन्हें भी दबोचने घेराबंदी कर रही है।
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